बेंगलुरु, 17 जुलाई (वार्ता) कर्नाटक में एच डी कुमारस्वामी की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार में भागीदार कांग्रेस ने उच्चतम न्यायालय के निर्देश के परिप्रेक्ष्य में विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार से स्पष्टीकरण मांगा है।
कर्नाटक की गठबंधन सरकार पर 15 विधायकों के इस्तीफे के बाद संकट मंडरा रहे हैं। विधायकों के इस्तीफा देने का मामला शीर्ष अदालत में पहुंचा है और उसने आज इस पर फैसला देते हुए इस्तीफाें पर निर्णय लेने का अधिकार विधानसभा अध्यक्ष पर छोड़ दिया। उच्चतम न्यायालय ने विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि वह जो भी फैसला करना चाहते हैं, वह करें लेकिन पहले बागी विधायकों के इस्तीफे पर निर्णय करें।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य सरकार में कानून मंत्री कृष्णा बायरेगौड़ा ने विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, “ हमने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष यह मुद्दा उठाया कि पार्टी में अनुशासन लाने के साथ-साथ कोई सदस्य यदि पार्टी निर्देशों का उल्लंघन करता है तो विधायक दल की तरफ से व्हिप जारी करने के अधिकार में शीर्ष अदालत ने कमी की है।”
उन्होंने कहा,“ इस पर अध्यक्ष ने कहा कि आप संविधान की 10 वीं अनुसूची के तहत शिकायत दे सकते हैं जिसमें विधायक दल के नेता को व्हिप जारी करने का अधिकार है और मैं इसको देखूंगा कि क्या इस मामले पर भी उच्चतम न्यायालय ने विचार किया है।”
कानून मंत्री ने कहा कि जब उच्चतम न्यायालय के फैसले पर स्पष्टीकरण मांगा गया तो विधानसभा अध्यक्ष ने स्पष्ट कहा “ यदि कोई विधायक सदन में उपस्थित होना चाहता है तो वह आ सकता है, लेकिन यदि वह बाहर रहना और विधानसभा में हाजिर नहीं होना चाहता तो उसे मुझसे अनुमति लेनी होगी।”
उन्होंने कर्नाटक विधानसभा के अपने कायदे-कानून और संविधान के तहत काम करने का जिक्र करते हुए कहा, “ हम मानते हैं कि उच्चतम न्यायालय के निर्देशों से हमारे अधिकार रोके गये और यह स्पष्ट होना चाहिए इसलिए हमने इस संबंध में अध्यक्ष से शिकायत की।”
दूसरी तरफ विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आशंका जताई कि 18 जुलाई को होने वाले विश्वास मत को विधानसभा अध्यक्ष स्थगित कर सकते हैं। भाजपा के तीन सदस्यों के एक दल को अध्यक्ष से मिलने के लिए नामित किया है और उनके द्वारा घोषित विधानसभा में कल पेश होने वाले विश्वास मत को स्थगित नहीं करने का आग्रह किया है।
भाजपा विधायक मदुस्वामी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वरिष्ठ भाजपा नेता के जी बोपय्या और पूर्व मंत्री बासवराज बोम्मई दल के सदस्य हैं।
मिश्रा.श्रवण
वार्ता