नयी दिल्ली 06 जुलाई वार्ता मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का दौरा किया और कोरोना योद्धा डाॅक्टरों व नर्सों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया।
श्री केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा कि दिल्ली में कोरोना की लड़ाई में राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बहुत अहम भूमिका निभा रहा है। दिल्ली में सबसे पहले एलएनजेपी अस्पताल को कोविड अस्पताल घोषित किया गया था। उसके बाद राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल को कोविड अस्पताल घोषित किया गया। तब से यहां के डाॅक्टर्स, नर्सें और पैरामेडिकल स्टाफ, सभी लोग मिल कर रात-दिन सेवा कर रहे हैं। कभी किसी तरह का किसी ने भी कोई हिचक नहीं दिखाई। कोरोना का वायरस ऐसा है, जिससे सबको डर लगता है, लेकिन राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के डाॅक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ, सबने बड़ी बहादुरी के साथ और सेवाभाव से अभी तक मरीजों की सेवा की है। आज यहां से एक हजार मरीज इलाज करा कर ठीक होकर घर जा चुके हैं। जिस तरह से राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल लोगों की सेवा कर रहा है, उससे हमें बेहद खुशी है।
श्री केजरीवाल ने कहा कि कुछ दिन पहले तक यहां केवल 45 आईसीयू बेड थे। अब हम दिल्ली के अंदर कोरोना को इस तरह व्यवस्थित कर रहे हैं कि किसी को हल्का लक्षण है या एसिम्टोमैटिक है, तो वह अपने घर में इलाज कर सकता है। हम उनके घर आँक्सी मीटर पहुंचा देते हैं। उनसे प्रतिदिन बात करते हैं। इससे लोग संतुष्ट हैं और यदि आपकी हालत गंभीर होती है, तो अस्पताल ले जाते हैं। आने वाले समय में आईसीयू बेड की सबसे अधिक जरूरत पड़ेगी। अब दिल्ली में बेड की कमी नहीं है। दिल्ली में करीब 15,500 बेड हो गए हैं। अस्पतालों में अभी केवल करीब 5100 मरीज ही भर्ती हैं। इस तरह 10 हजार के करीब बेड खाली हैं। लेकिन आने वाले दिनों के अंदर आईसीयू बेड की जरूरत पड़ सकती है। दिल्ली में अभी करीब 1900 आईसीयू बेड हैं, जिसमें से अभी करीब 7500 बेड खाली हैं। इसके बाद भी हम आईसीयू बेड को थोड़ा और बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं, ताकि यदि केस में वृद्वि होती है, तो हमें आईसीयू बेड की कमी नहीं होनी चाहिए। क्योंकि यदि आईसीयू बेड की कमी हो गई, तो लोगों की मौत हो सकती है।
उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि राजीव गांधी अस्पताल ने आज चुनौती को स्वीकार किया। कुछ दिन पहले तक यहां पर केवल 45 आईसीयू के बेड थे, जो बढ़ा कर आज 200 आईसीयू बेड हो गए हैं। बड़े सीमित साधन और सीमित समय में उन्होंने आईसीयू बेड को बढ़ा कर 200 बेड कर दिया है। हमनें अस्पताल से कहा है कि यदि 500 आईसीयू बेड बढ़ सकते हैं, तो बहुत अच्छा रहेगा। इसमें सरकार की तरफ से पूरा सहयोग मिलेगा। इसी तरह, एलएनजेपी अस्पताल में कुछ दिन पहले तक केवल 60 बेड थे, जो कल तक बढ़ कर 180 आईसीयू बेड हो गए हैं। आने वाले समय में हम दिल्ली सरकार के अस्पतालों में काफी संख्या में आईसीयू बेड काफी बढ़ाने जा रहे हैं। ताकि यदि लोगों को जरूरत पड़े, तो उन्हें अच्छा इलाज मिल सके।
आजाद.संजय
वार्ता
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में वीडियो के जरिए मरीज और उनके परिजनों के बीच बात कराने की सुविधा भी शुरू कर दी है, क्योंकि कोरोना मरीज से उनके घरवाले और रिश्तेदार नहीं मिल सकते हैं। इसलिए यहां पर टैबलेट का इंतजाम किया गया है। परिजन और रिश्तेदार यहां आकर अपने मरीज से टैबलेट पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मिल सकेंगे और उनसे बातचीत कर पाएंगे। जब परिवार के लोग अपने मरीज से बात कर लेते हैं, तो उनको सकून मिल जाता है। यहां एक और व्यवस्था की गई है कि नर्सिंग स्टेशन पर बेल का इंतजाम किया गया है। मरीज बेल बजाता है, तो वह नर्स से भी वीडियो कांफ्रेंसिंग से बात कर सकता है। ताकि उनको किसी तरह की परेशानी न हो। इस तरह के यहां पर कई सारे इंतजाम किए गए हैं।
इससे पहले, श्री केजरीवाल और श्री सिसोदिया ने राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का दौरा करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में मरीजों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने डाॅ. आरती गुप्ता, डाॅ. शालीन, आशीष, डाॅ. मोना, डाॅ. छवि गुप्ता, सुनिल और डाॅ. अजीत जैन आदि कोरोना योद्धाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘कुछ दिन पहले तक एलएनजेपी में 60 और राजीव गांधी में 45 आईसीयू के बेड थे। हमने उनमें क्रमशः 180 और 200 आईसीयू बेड बढ़ा दिया है। कोविड अस्पताल में बेड की पर्याप्त व्यवस्था करने के बाद सरकार अब आईसीयू बेड बढ़ाने के सभी प्रयास कर रही है।’
आजाद
वार्ता