बीकानेर, 18 फरवरी (वार्ता) राजस्थान में बीकानेर जिले में पाकिस्तान से आई टिड्डियों के हमले से किसानों को हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए दिल्ली से केंद्रीय अध्ययन दल मंगलवार को यहां पहुंचा।
जिले के टिड्डी प्रभावित क्षेत्र में नुकसान के बाद हालात का जायजा लेने आए केंद्रीय मंत्रालय दल के सदस्यों के साथ कलेक्टर ने मौके पर जाकर नुकसान का जायजा लिया। अध्ययन दल में डीएमडी जयपुर निदेशक डॉ सुभाष चंद्र, केन्द्रीय जल आयोग के निदेशक एस डी शर्मा, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद आईसीएआर जोधपुर के वैज्ञानिक डॉ विपिन चौधरी के साथ कलेक्टर कुमारपाल गौतम शामिल थे।
श्री गौतम ने केंद्रीय अध्ययन दल को बताया कि टिड्डी के प्रभावी नियंत्रण के लिए जरूरी है कि सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर समन्वय करे। जिस जगह से टिड्डियों की उत्पत्ति होती है, इनसे वहीं निपटा जाये या रास्ते में ही इसे रोक दिया जाए तो फसलों को नुकसान से बचाया जा सकता है।
कलक्टर ने बताया कि काश्तकार की फसल को नुकसान होने पर वर्तमान नियमानुसार मुआवजे के तौर पर 13 हजार 500 रुपए प्रति हैक्टेयर तथा अधिकतम दो हैक्टेयर तक के नुकसान पर ही मुआवजा दिया जाता है। उन्होंने इस आर्थिक मदद को बढ़ाने की बात कही, जिससे किसानों के नुकसान की अधिकतम भरपाई हो सके।
संजय सुनील
वार्ता