लखनऊ, 22 जुलाई (वार्ता) उत्तर प्रदेश विधान परिषद में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार के जवाब से असंतुष्ट बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन (वाकआउट) किया।
सोमवार को शून्य प्रहर में समाजवादी पार्टी (सपा) के अहमद हसन, वासुदेव यादव, श्रीराम सिंह यादव, राजेश यादव एवं अन्य सदस्यों ने प्रदेश में कानून व्यवस्था खराब होने के संबंध में कार्यस्थगन की सूचना दी। इसी विषय पर बसपा, काॅग्रेस तथा शतरुद्र प्रकाश द्वारा दी गई सूचना को इस सूचना के साथ संबद्ध किया गया।
सूचना की ग्राहय्ता पर राम सुन्दर दास निषाद, आन्नद भदौरिया एवं नेता विरोधी दल अहमद हसन, शतरुद्र प्रकाश के अलावा बसपा के दिनेश चन्द्रा तथा काॅग्रेस के दीपक सिंह ने भी विचार व्यक्त किये। सदस्यों ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए सोनभद्र समेत अन्य कई घटनाओं की चर्चा की। नेता सदन ड0 दिनेश शर्मा ने तथ्यों से सदन को अवगत कराते हुए कहा कि सरकार किसी दोषी को नहीं छोड़ेगी। सरकार के जवाब से संतुष्ट न होने पर बसपा के सभी सदस्यों ने सदन से वाकआउट (बहिर्गमन) किया।
अधिष्ठाता देवेन्द्र प्रताप सिंह ने सूचना पर कार्यस्थगन अस्वीकार करते हुए उसे सरकार को प्रभावी कार्यवाही के लिए संदर्भित करने के निर्देश दिये।
शून्य प्रहर में ही शिक्षक दल के ओम प्रकाश शर्मा ,हेम सिंह पुण्डीर एवं अन्य सदस्यों ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक
शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित वर्ष 2020 में हाईस्कूल व इंण्टरमिडिएट की परीक्षा शुल्क में की गई वृद्धि के संबंध में कार्यस्थन की सूचना दी। इसी विषय से संबन्धित निर्दलीय समूह के चेतनारायण सिंह की नियम-115 की सूचना को इस सूचना के साथ सम्बद्ध किया गया। सूचना की ग्राहय्ता पर ओम प्रकाश शर्मा ने विचार व्यक्त किये। नेता सदन श्री शर्मा ने तथ्यों से सदस्यों को अवगत कराया। अधिष्ठाता देवेन्द्र प्रताप सिंह ने कार्यस्थगन की सूचना पर अस्वीकार कर उसे सरकार को प्रभावी कार्यवाही के लिए संदर्भित कर दिया।
त्यागी
जारी वार्ता