Saturday, Apr 20 2024 | Time 20:43 Hrs(IST)
image
राज्य » बिहार / झारखण्ड


कानून-व्यवस्था बहाल करने को लेकर भाजपा नेताओं ने दिया मौन धरना

दुमका 28 जनवरी (वार्ता) झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के बुरुगुलीकेरा गांव में हाल में निर्दोष आदिवासियों की नृशंस हत्या के विरोध में राज्य की पूर्व मंत्री डॉ. लुईस मरांडी के साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं एवं कार्यकर्ताओें ने आज उपायुक्त कार्यालय के समक्ष मौन धरना दिया।
भाजपा की दुमका जिला ईकाई के तत्वावधान में आयोजित मौन धरना कार्यक्रम में पार्टी की वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री डॉ. लुईस मरांडी, हाल में सम्पन्न विधानसभा चुनाव में पार्टी के जामा के प्रत्याशी रहे सुरेश मुर्मू, जरमुंडी के पूर्व प्रत्याशी देवेन्द्र कुंवर,पोरैयाहाट के पूर्व प्रत्याशी गजाधर सिंह सहित जिला और मंडल कमेटी पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में प्रमुख कार्यकर्ता भी शामिल हुए।
बाद में भाजपा के जिलाध्यक्ष निवास मंडल के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को संबोधित एक मांग पत्र उपायुक्त को सौंपा। मांग पत्र में चाईबासा में हाल में सात निर्दोष आदिवासियों की नृशंस हत्या पर विरोध जताते हुए राज्यपाल से राज्य में अविलंब कानून व्यवस्था बहाल करने की मांग की गई है।
भाजपा की ओर से सौंपे गए मांग पत्र में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गठित महागठबंधन सरकार पर राज्य को अराजकता के माहौल में झोंकने का भी आरोप लगाया गया है। मांग पत्र में कहा गया है कि महागठबंधन की सरकार आदिवासियों और मूलवासियों का हितैषी होने का दावा करती है लेकिन चाईबासा की घटना ने राज्य में असमाजिक तत्वों और संगठनों के बढ़ते मनोबल को दर्शा दिया है।
भाजपा ने कहा कि इससे पूर्व राज्य कभी भी इतनी बड़ी संख्या में निर्दोष आदिवासियों की हत्या कभी नहीं हुई थी लेकिन महागबंधन सरकार के शासनकाल के महज 25वें दिन सात निर्दोष आदिवासियों की नृशंस हत्या से स्पष्ट हो गया है कि राज्य में विधि व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई और महागठबंधन शासन-प्रशासन चलाने में विफल साबित हुआ है।
सं सूरज
वार्ता
image