लखनऊ 24 मई (वार्ता) उत्तर प्रदेश में कोराना संक्रमण के मामलों में कभी आगरा के बाद दूसरे स्थान पर काबिज होने कानपुर में स्वस्थ होने वाले मरीजों की रफ्तार में उल्लेखनीय इजाफा दर्ज किया गया है और यहां 90 फीसदी से ज्यादा मरीज चंगे होकर घर लौट चुके हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को बताया कि कानपुर में अब तक कोरोना संक्रमित 328 मामले मिल चुके है जिनमें से 300 स्वस्थ होकर घर वापस जा चुके हैं। हालांकि यहां 11 कोरोना मरीजों की मृत्यु भी हो चुकी है जिनमें दो की मृत्यु रविवार को ही हुयी है। एक समय कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों के चलते कानपुर का नाम संक्रमित जिलों की सूची में आगरा के बाद दूसरे नम्बर पर आ गया था लेकिन अनुशासन और संयम का परिचय देते हुये जिले में न सिर्फ नये मामलों की बढ़ोत्तरी में रोक लगी बल्कि स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या में निरंतर इजाफा दर्ज किया गया। यहां आज शाम छह बजे तक फिलहाल 17 मरीज विभिन्न कोविड अस्पतालों में भर्ती थे।
इस बीच स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार रविवार को राज्य के अलग अलग जिलों में कुल 254 नये मामले प्रकाश में आये है जबकि इस अवधि में 132 स्वस्थ भी हुये। छह मरीजों काल कवलित हुये जिनमें कानपुर में दो, अलीगढ़,आजमगढ़,एटा और फिरोजाबाद का एक एक मरीज शामिल है। राज्य में अब तक 6268 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की जा चुकी है जिनमें 3538 स्वस्थ हो चुके है और 161 की मृत्यु हो चुकी है।
सूत्रों ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों के प्रदेश में आगमन के बाद राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में उल्लेखनीय बढोत्तरी दर्ज की जा रही है। मुबंई,गुजरात और अन्य राज्यों से आ रहे श्रमिकों को क्वारंटीन सेंटर में भेजा जा रहा है और संदिग्धों के नमूने जांच के लिये भेजे जा रहे है। ऐसे ही 52 हजार 954 श्रमिकों के नमूनों में 1569 कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। स्वास्थ्य अधिकारी अभी आठ लाख सात हजार 147 प्रवासियों के स्वास्थ्य पर कड़ी नजर रखे हुये हैं।
उन्होने बताया कि राज्य में अब तक दो लाख 29 हजार 621 नमूने जांच के लिये भेजे जा चुके है जिनमें दो लाख 22 हजार 341 की रिपोर्ट निगेटिव आयी है वहीं 1012 की रिपोर्ट का इंतजार है। रविवार शाम छह बजे तक सबसे अधिक 17 नये मरीज नोएडा से थे जबकि मेरठ और देवरिया में 15-15, वाराणसी और अमरोहा में 13-13,रामपुर और लखीमपुर खीरी में 12-12 ,गोंडा में 11 नये मरीजों की पहचान की गयी।
प्रदीप
वार्ता