कानपुर, 15 नवम्बर (वार्ता) समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लिये बगैर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले की सरकारों को शिलान्यास करके भूलने की आदत थी जबकि उनकी सरकार परियोजनाओ पर अमली जामा पहनाने पर भरोसा करती है।
कानपुर मेट्रो के निर्माण कार्य का शुभारंभ करने के बाद श्री योगी ने शुक्रवार को यहां आयोजित जनसभा में कहा “ हम काम करने पर भरोसा करते हैं, शिलान्यास करने पर नहीं। पहले की सरकार में बिना मंजूरी लिए ही प्रोजेक्ट का शिलान्यास कर दिया जाता था। ”
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने अक्टूबर 2016 में जब शिलान्यास कराया गया था तब न तो वित्तीय स्वीकृति थी और न ही केंद्र सरकार से मंजूरी मिली थी। सही मायने में तो आज कानपुर को जमीनी हकीकत पर मेट्रो मिली है जिसे सरकार जल्द से जल्द पूरा करवा कर कानपुर की जनता के हवाले कर देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 341 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का शिलान्यास भी वर्ष 2016 में हुआ था लेकिन उस समय सरकार के पास जमीन ही नहीं थी। पिछली सरकार सिर्फ नाम के लिए प्रोजेक्ट शुरू कर देती थी और भूल जाती थी। यही नहीं पिछली सरकार में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की लागत 15,200 करोड़ थी लेकिन जब उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार आयी तो उसकी लागत 11 हजार करोड़ हो गई.उन्होंने कहा कि आज पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बन रहा है।
उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की लागत अब 3500 करोड़ रूपये कम हो गई। ये रूपया किसकी जेब में जाना था। उन्होंने कहा कि गंगा एक्सप्रेस वे का सर्वे पूरा हो चुका है। अब डीपीआर बनाने का काम चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब प्रदेश में सपा सरकार थी, तब मात्र 17 हजार आवास ही जनता को दिए गए थे लेकिन जब से यूपी में बीजेपी की सरकार आयी है, तब से अब तक 23 लाख आवास जनता को दिए जा चुके हैं।
श्री योगी ने कहा कि कानपुर के विकास के लिए कानपुर को अब बंद उद्योगों के लिए नहीं जाना जाएगा बल्कि इसे नए उद्योगों के लिए जाना जाएगा। कानपुर को उसकी पहचान देने की आवश्यकता है. जिसको लेकर प्रदेश सरकार पूर्ण भरोसा दिलाती है जल्द ही कानपुर के नई पहचान मिलेगी।
सं प्रदीप
वार्ता