चेन्नई, 02 अगस्त (वार्ता) राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद सोमवार को तमिलनाडु विधानमंडल के ऐतिहासिक शताब्दी समारोह के अपने संबोधन की शुरुआत तमिल से करके सबका दिल जीत लिया। उन्होंने द्रमुक के संस्थापक एवं दिवंगत मुख्यमंत्री एम करुणानिधि को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
इससे पहले श्री कोविंद ने शताब्दी समारोह के मौके पर विधानसभा कक्ष में श्री करुणानिधि के आदमकद चित्र का भी अनावरण किया।
श्री कोविंद ने कहा, “ मुझे इस ऐतिहासिक अवसर पर आज यहां आपके बीच आकर खुशी हो रही है। मैंने आज अभी हाल ही में ‘कलैगनार’ तिरु एम. करुणानिधि के चित्र का अनावरण किया है। यह वास्तव में एक महत्वपूर्ण दिन है। हम मद्रास विधान परिषद की शताब्दी मना रहे हैं, जैसा कि यह तब जाना जाता था। ”
उन्होंने कहा कि मद्रास विधान परिषद ने कई अधिनियम और विधेयक बनाये हैं और अपने शुरुआती दशक में इसमें कई बदलाव भी किए गए हैं।
राष्ट्रपति ने कहा,“ लोकतंत्र की वह भावना राज्य विधायिका का मार्गदर्शक प्रकाश बनी हुई है।” उन्होंने कहा कि मद्रास विधायिका कई प्रगतिशील विधेयकों का स्रोत बनी जो समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने और लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए बाद में पूरे देश में दोहराए गए।
श्री कोविंद ने कहा कि मद्रास विधायिका ने शासन के एक पूर्ण प्रतिनिधि लोकतंत्र के रूप के बीज बोए थे, जिसका आजादी के बाद एहसास हुआ।
संजय.श्रवण
वार्ता