Friday, Mar 29 2024 | Time 16:32 Hrs(IST)
image
राज्य » बिहार / झारखण्ड


कृषि मंत्री श्री बादल के निर्देश पर क्षेत्रीय निदेशक दुमका प्रशिक्षण केंद्र पहुंचे और व्यवस्था का जायजा लिया

रांची, 23 अक्टूबर (वार्ता) झारखंड सरकार के पशुपालन विभाग से चालू वित्तीय वर्ष में पशुपालकों के लिए चलाए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान दुमका प्रशिक्षण केंद्र से कई प्रशिक्षणार्थियों ने दूरभाष पर झारखंड सरकार के कृषि पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री को प्रशिक्षण के दौरान भोजन की व्यवस्था सही से ना होने की खबर दी ।
कृषि मंत्री ने शनिवार को इसे गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई की और वहाँ चल रहे प्रशिक्षण और शिकायत से सम्बंधित जानकारी वहाँ के क्षेत्रीय निदेशक, दुमका को दी। उन्होंने क्षेत्रीय निदेशक को निर्देश दिया कि वह स्वयं प्रशिक्षण केंद्र जाए और प्रशिक्षणार्थियों के साथ खुद भोजन करें और देखें कि क्या त्रुटि है एवं त्रुटि का अविलंब समाधान करें।
मंत्री श्री बादल के निर्देश के बाद क्षेत्रीय निदेशक प्रशिक्षण केंद्र पहुंचे और उन्होंने वहां की व्यवस्था का जायजा लिया , साथ ही उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों के साथ खाना भी खाया ।
उल्लेखनीय है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में प्रसार तथा प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत राज्य में संचालित मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले पशु एवं पक्षी की योजना का सुचारु संचालन तथा उक्त योजना से आत्मनिर्भर बनकर अपने जीविकोपार्जन से सम्बंधित 05 दिवसिए प्रशिक्षण कार्यक्रम हज़ारीबाग़ तथा राँची प्रशिक्षण केंद् के अतिरिक्त दुमका में दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम पूर्ण रूप से आवासीय है तथा सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण केंद्र तक आने जाने के लिए यात्रा भत्ता , 200 रुपये की दर से दैनिक भत्ता तथा भोजन आदी की व्यवस्था दी जा रही है ।
श्री बादल ने कहा कि मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना एक महत्वकांक्षी योजना है इस योजना का लाभ सौ फ़ीसदी किसानों तक पहुंचे सरकार का यह संकल्प है। प्रशिक्षण लेकर जाने वाले प्रशिक्षणार्थियों से भी उन्होंने अपील की है कि वह बेहतर ट्रेनिंग लेकर अपने क्षेत्र जाएं और वहां अन्य लोगों को भी इसे लेकर जागरूक करें, जिससे सरकार योजना को पूरी तरह से धरातल पर उतार सकें। वहीं उन्होंने साफ तौर से कहा है कि किसी भी किसान को किसी प्रकार की शिकायत हो तो वह सीधे मुझसे संपर्क कर सकते हैं। वहीं उन्होंने उन प्रशिक्षणार्थियों को धन्यवाद भी दिया है, जिन्होंने उन तक यह जानकारी पहुंचाई। श्री बादल ने कहा कि ऐसे ही लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है और यदि उन्हें किसी जगह किसी प्रकार की भी शिकायत मिलती है तो वह तुरंत इस बात की जानकारी दें।
वही श्री बादल ने पशुपालन विभाग के निदेशक को भी निर्देश दिए हैं कि जिन भी स्थानों पर प्रशिक्षण चलाए जा रहे हैं उसका औचक निरीक्षण कराया जाए, जिससे जानकारी प्राप्त हो सके की प्रशिक्षणार्थियों को सही तरीके से ट्रेनिंग दी जा रही है ।
विनय
वार्ता
image