दुनियाPosted at: Jan 19 2019 12:59PM कमजोर लोगों पर हमला करता है डिमेंशियालंदन 19 जनवरी (वार्ता) वैज्ञानिकों ने ताजा शोध में कहा है कि उम्र के साथ शारीरिक रूप से कमजोर होने वाले लोगों का डिमेंशिया की चपेट में आने का खतरा सबसे अधिक होता है। कनाडा के डलहौजी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर केनेथ रॉकवूड के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की टीम ने 450 से अधिक लोगों पर शोध किया है। प्रोफेशर रॉकवूड ने कहा, “शारीरिक रूप से कमजोर लोगाें के दिमाग से भी कमजोर होने की अाशंका अधिक होती है।” उन्होंने कहा कि उम्र के साथ शरीरिक रूप से कमजोर पड़ने वाले लोग बढ़ती उम्र में मस्तिष्क में मामूली बदलाव से भी लड़ने में अक्षम होते हैं और उनके अल्जाइमर की भी चपेट में आने की सर्वाधिक खतरा होता है। शोध के एक तिहाई ऐसे लोगों को डिमेंशिया की चपेट में पाया गया जिनमें मस्तिष्क की कमजोरी नहीं थी लेकिन वे शरीरिक रूप से बेहद कमजोर थे। प्रोफेसर रॉकवूड ने कहा,“शरीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति में उम्र के साथ मस्तिष्क में होने वाले बदलाव को बर्दाश्त करने की क्षमता घट जाती है और वे डिमेंशिया और अन्य मानसिक बीमारियों की गिरफ्त में आ जाते हैं। ऐसे लोगों को शारीरिक कमजोरी से बचने के लिए उम्र के साथ खानपान में बदलाव और कसरत करने की सलाह दी जाती है। कमजोर व्यक्ति में मस्तिष्क में बनने वाले एेसे प्रोटीन से लड़ने की क्षमता बेहद कम हो जाती है जिससे अल्जाइमर होता है जबकि शारीरिक रूप से मजबूत व्यक्ति इस प्रोटीन की मार झेल लेता है और उसका इस तरह की अन्य बीमारियों की चपेट में आने की आशंका बेहद कम हो जाती है।” आशा दिनेशवार्ता