खेलPosted at: Dec 9 2019 7:18PM कर्णी सिंह रेंज को टक्कर देती है भोपाल की शूटिंग अकादमी
(प्रशांत जैन से)
भोपाल, 09 दिसम्बर (वार्ता) निशानेबाजी में भारत को दो ओलंपिक कोटा दिलाने के कारण चर्चा में आयी मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के समीप गोरेगांव में स्थित राज्य शूटिंग अकादमी अंतर्राष्ट्रीय मापदंडों के अनुरूप अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त है और यह अकादमी देश की राजधानी दिल्ली स्थित डॉ कर्णी सिंह शूटिंग रेंज को टक्कर देती है।
देश में अपनी तरह की पहली भोपाल स्थित राज्य शूटिंग अकादमी लगभग 37 एकड़ क्षेत्र में फैली हुयी है। इस अकादमी के दो खिलाड़ियों चिंकी यादव और ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने हाल ही में दोहा में संपन्न 14वीं एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप में देश को दो ओलंपिक कोटा दिलाकर सभी का ध्यान आकर्षित किया। बेहद साधारण परिवार से आने वाली चिंकी ने महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा और ऐश्वर्य प्रताप ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर भारत को टोक्यो ओलंपिक के लिए कोटा दिलाया।
इन दोनों समेत लगभग 130 निशानेबाज इन दिनों निशानेबाजी से संबंधित आधुनिक मापदंडों के अनुरूप स्थापित इस शूटिंग अकादमी में लक्ष्य साधकर पसीना बहा रहे हैं। शहर के बाहरी इलाके में प्राकृतिक वातावरण के बीच स्थित इस अकादमी में दस मीटर के 70 टारगेट (लेन) और 25 तथा 50 मीटर के पचास पचास टारगेट बनाए गए हैं। निशानेबाजों के लक्ष्य भेदने पर प्वाइंट की गणना के लिए अत्याधुनिक कंप्यूटर लिंक्ड स्कोर बोर्ड भी इस अकादमी में स्थापित किए गए हैं।
अकादमी में शॉटगन से संबंधित कठिन प्रशिक्षण और स्पर्धाओं के आयोजन के लिए तीन ट्रैप (स्कीट रेंजेस) बनाए गए हैं और शीघ्र ही इस तरह के दो और स्कीट रेंजेस बनाए जाएंगे। चलायमान लक्ष्य (स्कीट) को इस अकादमी के निशानेबाज पलक झपकते ही भेदने में सक्षम हैं। प्रशिक्षकों का कहना है कि निशानेबाजी से संबंधित सभी उपकरण उच्च गुणवत्ता वाले और विदेश से ही आयातित हैं।
प्रशांत राज
जारी वार्ता