राज्य » अन्य राज्यPosted at: Jul 23 2019 10:27PM कर्नाटक में सियासी नाटक का पटाक्षेप,कुमारस्वामी सरकार गिरी
बेंगलुरु 23 जुलाई(वार्ता) कर्नाटक की 14 माह पुरानी जनता दल (एस) और कांग्रेस गठबंधन सरकार मंगलवार को गिर गयी जिसके साथ ही छह दिन तक चले सियासी नाटक का पटाक्षेप हो गया।
मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की तरफ से लाये गये विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 99 और विरोध में 105 मत पड़े। कांग्रेस और जद (एस) के 15 विधायकों के इस्तीफा देने से गठबंधन सरकार अल्पमत में आ गयी थी। गठबंधन के नेताओं ने सरकार बचाने की भरसक कोशिश की। मुख्यमंत्री ने विश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराये जाने से बचने के कई ‘उपाय’ किये। चार दिन चली चर्चा के बाद आज शाम साढ़े सात बजे मतदान कराया गया जिसका नतीजा गठबंधन दलों के विपरीत गया और आखिरकार सरकार गिर गयी।
कुमारस्वामी सरकार 23 मई 2018 को बनी थी। विधानसभा चुनाव में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था जिसके बाद कांग्रेस तथा जनता दल (एस) ने गठबंधन सरकार बनायी थी। कांग्रेस के ज्यादा विधायक होने के बावजूद मुख्यमंत्री पद जद(एस) को दिया गया था।
सरकार बनने के कुछ समय बाद ही गठबंधन में मतभेद उभरने लगे थे। गठबंधन के 15 विधायकों के इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश ने तुरंत स्वीकार नहीं किये थे। इसके मद्देनजर इन विधायकों ने उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाकर विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफे स्वीकार करने का निर्देश देने का अनुरोध किया था।
न्यायालय ने इस पर अपने फैसले में इस्तीफों का निर्णय विधानसभा अध्यक्ष पर छोड़ दिया था लेकिन कहा था कि इन सदस्यों को विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।
आशा
जारी वार्ता