श्रीनगर 24 अप्रैल (वार्ता) कश्मीर घाटी में अलगाववादियों के आह्वान पर मंगलवार को हड़ताल से प्रभावित जनजीवन सामान्य हो गया।
अलगाववादियों के संयुक्त नेतृत्व ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) तथा प्रवर्तन निदेशालय पर जम्मू-कश्मीर लिबरेश फ्रंट (जेकेएलएफ) अध्यक्ष मोहम्मद यासीन मलिक, अन्य अलगाववादी नेताओं, व्यापारियों तथा अन्य लोगों के साथ बुरा बर्ताव करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को घाटी में हड़ताल का आह्वान किया था।
कश्मीर घाटी में आज दुकानें और व्यपारिक प्रतिष्ठान खुले हैं। राजधानी श्रीनगर में सभी मार्गों पर वाहन सामान्य रूप से चल रहे हैं। यहां मंगलवार को किसी भी तरह के प्रदर्शन को रोकने के लिए राज्य पुलिस तथा केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया गया था। मलिक का गढ़ माने जाने वाले मैसूमा में भी कानून-व्यवस्था को बनाये रखने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था।
श्रीनगर के व्यापारिक केंद्र ऐतिहासिक लाल चौक, मुख्य केंद्र, बादशाह चौर, रीगल चौक, हरी सिंह हाई स्ट्रीट, बाटमालू तथा डलगेट इलाके में दुकानें खुली हैं और अन्य गतिविधियां शुरू हो गयी हैं।
बारामूला से मिली रिपोर्ट के अनुसार घाटी के अन्य प्रमुख शहरों तथा तहसील मुख्यालयों में हालात सामान्य हो गये हैं। व्यापारिक तथा अन्य गतिविधियां शुरू हो गयी हैं और भी सड़कों पर वाहन चल रहे हैं।
शोपियां से मिली सूचना के अनुसार दक्षिण कश्मीर के शहरों तथा तहसील मुख्यालयों में भी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान खुलें हैं। अनंतनाग में भी हालात सामान्य हो गये हैं।
उल्लेनीय है कि अनंतनाग संसदीय क्षेत्र में तीन चरणों में चुनाव निर्धारित है, जिसके तहत इस सीट के पहले चरण और आम चुनावों के तीसरे चरण में इस क्षेत्र के छह विधानसभा क्षेत्रों में मतदान हुआ था।
मध्य कश्मीर के बडगाम तथा गंदेरबल में भी हालात सामान्य होने की सूचना है।