श्रीनगर,19 जून (वार्ता) जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने बुधवार को कहा कि उनके प्रशासन ने राज्य में आतंकवाद के आधारभूत ढ़ांचे को छिन्न भिन्न कर दिया है और केन्द्र के आतंकवादी हमलों की खुफिया जानकारी साझा करना पाकिस्तान का कर्तव्य है।
श्री मलिक ने एक ओर तंज कसते हुए यह भी कहा कि अब यह देखे जाने की जरूरत है कि पाकिस्तान अपनी धरती पर अब कितने हमलों को रोक पाने में सक्षम है।
श्री मलिक ने बुधवार को यहां एक पुलिस कार्यक्रम में कहा,“खुफिया जानकारी साझा करना पाकिस्तान का कर्तव्य है लेकिन यह भी देखे जाने की आवश्यकता है कि पाकिस्तान अपनी जमीं पर कितने हमलों को रोक पाने में सक्षम है।”
कश्मीर घाटी में आतंकवादी घटनाओं में बढ़ोत्तरी के एक सवाल पर श्री मलिक ने कहा,“राज्यपाल प्रशासन ने राज्य में आतंकवाद के बुनियादी ढांचे की कमर तोड़ दी है और आतंकवादी अपनी माैजू्दगी को दर्शाने के लिए इक्का दुक्का हमले करते रहते हैं, कोई भी एक या दाे हमलों को रोकने में सक्षम नहीं है। अमेरिका भी ऐसा नहीं कर सकता है लेकिन हम इस दिशा में काम कर रहे हैं ताकि इस समस्या का समाधान खोजा जा सके। हम आतंकवादियों के साथ बहुत ही कड़ाई और त्वरित गति से निपटेंगे।”
श्री मलिक ने कहा,“मेरा मानना है कि ऐसे हमले सीमा पार से दबाव की रणनीति के तहत कराए जाते हैं और अब उन्हें भी यकीन है कि आतंकवाद के जिस ढांचे को उन्होंने पिछले दस वर्षो से खड़ा किया था वह अब छिन्न भिन्न हो गया हैं। यही वजह है कि आतंकवादी अब इक्का दुक्का हमलोें को अंजाम दे रह है।”
उन्होंने कहा कि राज्य में आतंकवादियों की भर्ती और पथराव की घटनाओं मे कमी आई है और अब कश्मीर में किसी भी स्थान से पथराव की घटनाओं की कोई रिपोर्ट नहीं है, जुम्मे की नमाज के बाद भी नहीं। कश्मीर घाटी के युवक जो आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हुए थे,वे भी हिंसा की राह छोडकर अपने परिवारों में रह रहे हैं।
जितेन्द्र.संजय
वार्ता