नयी दिल्ली, 17 अगस्त (वार्ता) श्री गोकुलम केरल एफसी ने उज़बेकिस्तान के ताशकंद प्रांत में फंसी 23 सदस्यीय महिला फुटबॉल टीम की मदद के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।
श्री गोकुलम केरल एफसी की महिला टीम एएफसी महिला क्लब चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिये उज़बेकिस्तान पहुंची थी, लेकिन फीफा द्वारा अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के निलंबन के बाद उन्हें प्रतियोगिता में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
केरल के फुटबॉल क्लब ने बुधवार को ट्वीट किया, "हमारी टीम 16 अगस्त 2022 की तड़के कोझीकोड से ताशकंद, उज्बेकिस्तान पहुंची। आगमन पर हमने विभिन्न मीडिया आउटलेट्स के माध्यम से सुना कि फीफा ने एआईएफएफ (अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ) पर प्रतिबंध लगा दिया है और क्लब अब अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में निलंबन हटाए जाने तक भाग लेने के हकदार नहीं हैं।"
क्लब ने इस साल आई-लीग और भारतीय महिला लीग में जीत हासिल करके 23 अगस्त से शुरू होने वाली महिला क्लब चैम्पियनशिप के लिए क्वालीफाई किया था।
23 खिलाड़ियों की टीम को 26 अगस्त को बम खातून एफसी से खेलना था, लेकिन वह प्रतिबंध के बाद प्रतियोगिता में भाग नहीं ले पाएगी।
गोकुलम एफसी ने कहा, "एशियाई फुटबॉल परिसंघ ने 16 अगस्त, 2022 को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ को एक पत्र भेजा जिसमें कहा गया था कि हमारा क्लब अब एएफसी महिला क्लब प्रतियोगिता 2022 में भाग लेने के योग्य नहीं है। एआईएफएफ ने यह अनुमान लगाते हुए कि फीफा द्वारा एक दो दिनों के भीतर प्रतिबंध हटा लिया जाएगा, हमारे क्लब को कोई मेल या पत्र नहीं भेजा है।"
उन्होंने कहा, "इसके मद्देनज़र हम प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों से इस मामले में हस्तक्षेप करने, फीफा प्रतिबंध को रद्द करने और हमें एएफसी महिला क्लब चैंपियनशिप में भारत के चैंपियन क्लब के रूप में शामिल करने के लिए सभी प्रयास करने का अनुरोध करते हैं।"
उल्लेखनीय है कि फीफा ने "तीसरे पक्ष के अनावश्यक हस्तक्षेप" का हवाला देते हुए एआईएफएफ को निलंबित कर दिया था।
फीफा ने कहा कि प्रशासकों की समिति (सीओए) की नियुक्ति के निर्णय को निरस्त करने और एआईएफएफ के रोजमर्रा के कामों की जिम्मेदारी महासंघ की कार्यकारी समिति के हाथों में आने के बाद प्रतिबंध हटा लिया जाएगा।
शादाब
वार्ता