राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Nov 12 2019 5:38PM गुरु रामदास यूनिवर्सिटी द्वारा दस गूंगे बहरों का मुफ्त इलाजअमृतसर, 12 नवंबर (वार्ता) शिरोमणि गुुरुद्वारा प्रबंधक समिति और श्री गुरु रामदास यूनिवर्सिटी आफ हेल्थ साइंसेज की तरफ से श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित साउंड सक्रीनिंग आफ युनिवर्सल न्योनटल डीफनेस कार्यक्रम के तहत 10 गूंगेपन और बहरेपन की बीमारी से पीड़ित गरीब और ज़रूरतमन्द बच्चों का कोकलेयर इंम्पलांट प्रोग्राम विधि के साथ मुफ्त इलाज किया गया जिस पर लगभग 55 लाख रूपये खर्च हुए हैं।इन गरीब और ज़रूरतमन्द बच्चों का आपरेशन भोपाल के सर्जन डॉ एस. पी. दुबे ने यूनिवर्सिटी के माहिर सर्जन डॉ. वनिता सरीन, प्रोफेसर ई. ऐन. टी., डा. भानूं भारद्वाज, एसोसिएट प्रोफेसर ई. ऐन. टी., डॉ जसकरन सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर ई. ऐन. टी., डा. पूजा, ऐनसथीसिया कंसलटेंट की टीम ने किये। डॉ दुबे कोकलेयर इंम्पलांट प्रोग्राम अधीन 1000 से भी ज़्यादा सफल आपरेशन कर चुके हैं। डाूू दुबे ने कहा कि वह इस योजना के अधीन काम कर रहे पंजाब की इस अकेली यूनिवर्सिटी में माहिर डाक्टरों द्वारा दुनिया भर में इस्तेमाल की जाने वाली इलाज की न्यूनतम विधियों और मशीनों को देख कर हैरान हैं।यूनिवर्सिटी ने इस प्रोग्राम की शुरुआत दो साल पहले श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व समय दो बच्चे मनजाप और जैसवी का सफल आपरेशन करके की थी जो अब साधारण बच्चों की तरह अपनी उम्र के बच्चों के साथ बिना किसी रुकावट के बोल और सुन सकते हैं। यूनिवर्सिटी द्वारा अब तक कोकलेयर इंमपलांटेशन के 50 से अधिक सफल आपरेशन किये जा चुके हैं।श्री गुरु रामदास यूनिवर्सिटी आफ हेल्थ साइंसेज द्वारा आम लोगों में गूंगेपन और बहरेपन की बीमारी को कोकलेयर इंम्पलांटेशन विधि के साथ ठीक किये जा सकें, सम्बन्धित जागरूकता लाने के लिए पंजाब भर में लगातार स्क्रीनिंग कैंप चलाए जा रहे हैं, जिससे बच्चों में बीमारी की शुरुआत में ही इस का पता करके इसका इलाज किया जा सके और जो लोग इस बीमारी के इलाज का ख़र्च सहन नहीं कर सकते, वह यूनिवर्सिटी द्वारा पंजाब में पहलकदमी करते हुए एक तरह के वरदान एडीआईपी स्कीम अधीन अपने बच्चों का इलाज करवा सकते हैं। एडीआईपी स्कीम श्री गुरु रामदास यूनिवर्सिटी और केंद्र सरकार का ऐसा समझौता है, जिसके अधीन गरीब और ज़रूरतमन्द लोग अपना जा अपने बच्चों का छह लाख तक का मुुफ्त इलाज करवा सकते हैं।सं.ठाकुर.श्रवण वार्ता