भारतPosted at: Dec 9 2018 10:42PM घरेलू कामगारों के हितों के लिए कानून बनाने की मांग की कांग्रेस ने
नयी दिल्ली 09 दिसंबर (वार्ता) घरेलू कामगारों की दयनीय स्थिति को देखते हुए कांग्रेस ने संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में केंद्रीय कानून बनाने की मांग कर रविवार को कहा कि इनको सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाना जाना चाहिए।
पार्टी की शाखा अखिल भारतीय असंगठित कामगार कांग्रेस के प्रमुख अरबिंद सिंह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर कांग्रेस देशभर में जिला मुख्यालयों पर घरेलू कामगारों की मांगों के पक्ष में धरना प्रदर्शन करेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम जिलाधीशों को ज्ञापन सौंपेगी।
उन्होंने कहा कि घरेलू कामगारों को सामाजिक सुरक्षा नहीं देना अाैर उनके लिए न्यूनतम मजदूरी की व्यवस्था नहीं करना मानवाधिकारों का हनन है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को घरेलू कामगारों के हितों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय कानून संसद के आगामी सत्र में ही बनाना चाहिए। इस कानून में न केवल इन कामगारों की आजीविका सुरक्षित की जानी चाहिए बल्कि इनकी भर्ती एजेंसियों को भी कानूनी दायरे में लाया जाना चाहिए1
श्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस पिछले कई साल से घरेलू कामगारों के हितों के लिए संघर्ष करती रही है। पिछले साल मानवाधिकार दिवस पर देश के विभिन्न हिस्सों से प्रधानमंत्री के नाम 20 हजार से ज्यादा पोस्टकार्ड भेजे गए थे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि घरेलू कामगारों का संरक्षण और सशक्तिकरण आवश्यक है। वे समाज का एक महत्वपूर्ण अंग हैं। इसके बावजूद उनके अधिकारों को लेकर सरकार उदासीन रही है। कांगेस का प्रयास है कि इस संबंध में कोई ठोस कदम उठाया जाए और महत्वपूर्ण कानून बनाया जाए। उन्होेंने बताया कि कांग्रेस ने घरेलू कामगार के लिए केन्द्रीय कानून का एक प्रारुप बनाकर सरकार दिया है।