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चुनाव प्रत्याशी मध्यप्रदेश तीन अंतिम भोपाल

आदिवासी बहुल शहडोल संसदीय क्षेत्र पर दोनों दल दलबदलुओं के भरोसे अपनी नैय्या पार लगाने के प्रयास में हैं। कांग्रेस ने यहां से प्रमिला सिंह को उतारा है। श्रीमती सिंह पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा की ओर से टिकट नहीं मिलने के कारण भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गईं थीं। वहीं भाजपा की प्रत्याशी हिमाद्री सिंह इस क्षेत्र से कद्दावर कांग्रेस नेता और सांसद रहे स्वर्गीय दलबीर सिंह और राजेश नंदिनी की बेटी हैं। हिमाद्री सिंह के पिछले साल भाजपा के इस क्षेत्र के युवा नेता नरेंद्र मरावी से ब्याह कर लेने के बाद से हिमाद्री सिंह के भाजपा में जाने या नरेंद्र मरावी के कांग्रेस में जाने की अटकलें लगाईं जा रहीं थीं। इसका पटाक्षेप हिमाद्री सिंह के भाजपा में आने से हुआ, जिसके कुछ ही घंटों के भीतर पार्टी ने उन्हें इस संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित कर दिया।
मंडला लोकसभा क्षेत्र पर भाजपा फिर से पूर्व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के सहारे है। उनका सामना कांग्रेस के कमल मरावी से होगा।
वहीं बालाघाट एकमात्र ऐसी सीट हैं, जहां से टिकट काटे जाने से नाराज भाजपा के बागी मौजूदा सांसद बोध सिंह भगत निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं। भाजपा ने यहां से इस बार ढाल सिंह बिसेन को अपना प्रत्याशी बनाया, जिससे नाराज होकर श्री भगत चुनाव मैदान में कूद पड़े। हालांकि इसके बाद पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया। समझा जा रहा है कि भाजपा की इस बगावत का फायदा कांग्रेस प्रत्याशी मधु भगत को पहुंच सकता है।
होशंगाबाद सीट पर भाजपा ने खासे विरोध के बाद भी मौजूदा सांसद राव उदय प्रताप सिंह को ही दोबारा मौका दिया है। यहां उनका मुकाबला कांग्रेस के शैलेंद्र दीवान से होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की परंपरागत सीट राजगढ़ पर पार्टी पहली बार किसी महिला प्रत्याशी के तौर पर श्री सिंह की करीबी माने जाने वाली श्रीमती मोना सुस्तानी को मैदान में लाई है। भाजपा ने यहां से दोबारा मौजूदा सांसद रोडमल नागर को ही उतारा है।
देवास सीट पर दोनों ही दलों ने नए नामों के तौर पर अपने पत्ते खोल कर सबको अचंभित कर दिया। देवास सीट पर भाजपा ने संघ की पसंद कहे जा रहे महेंद्र सिंह सोलंकी पर दांव खेला, तो वहीं कांग्रेस ने पद्मश्री प्रहलाद टिपानिया को अपना प्रत्याशी बनाया।
देवास से सटे उज्जैन संसदीय क्षेत्र पर भाजपा ने विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देख चुके अनिल फिरोजिया पर भरोसा जताया। कांग्रेस ने यहां से बाबूलाल मालवीय को उतार कर दोबारा मौका दिया है।
कांग्रेस का गढ़ कही जाने वाली गुजरात की सीमा से सटी रतलाम-झाबुआ सीट इस बार अपने कब्जे में लेने के लिए भाजपा ने अपने मौजूदा विधायक जी एस डामोर को चुनावी मैदान में उतार दिया है। पार्टी को उम्मीद है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी डॉ विक्रांत भूरिया को पटखनी देने वाले श्री डामोर अब उनके पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया को इस सीट पर हरा कर इसे भाजपा की झोली में डालेंगे।
किसान आंदोलन से देश भर में सुर्खियों में आई मंदसौर सीट पर भाजपा फिर एक बार मौजूदा सांसद सुधीर गुप्ता के सहारे ही चुनावी वैतरणी पार करने के फेर में है। यहां से कांग्रेस ने भी फिर एक बार युवा नेता और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की करीबी कही जाने वाली मीनाक्षी नटराजन पर भरोसा जताया है।
जय आदिवासी युवा संगठन (जयस) के प्रभुत्व वाले धार संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस इस बार दिनेश गिरवाल पर दांव लगाए हुए है। जयस प्रमुख डॉ हीरा लाल अलावा प्रदेश विधानसभा में विधायक हैं। उन्होंने कांग्रेस को समर्थन दिया है। डॉ अलावा ने प्रदेश में कांग्रेस से कई संसदीय सीटों पर अपने प्रतिनिधि उतारने की मांग की थी, लेकिन अंत में सिर्फ धार सीट पर जयस से जुड़े प्रतिनिधि को मौका दिया गया। भाजपा ने यहां से सांसद सावित्री ठाकुर का टिकट काट कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पसंद कहे जाने वाले छतर सिंह दरबार को उतारा है।
खंडवा संसदीय सीट पर दोनों ही दलों के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एक बार फिर आमने-सामने हैं। यहां भाजपा के नंदकुमार सिंह चौहान का सामना कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव से हो रहा है। वहीं नजदीकी खरगोन सीट पर कांग्रेस के डॉ गोविंद मुजाल्दा भाजपा के गजेंद्र पटेल के सामने हैं।
आदिवासीबहुल बैतूल संसदीय क्षेत्र पर भी दोनों दलों ने नए चेहरों को तवज्जो दी है। भाजपा ने यहां से अपने जाति प्रमाण पत्र को लेकर विवादों में रहीं ज्योति धुर्वे को मौका न देकर सामान्य पृष्ठभूमि वाले शिक्षक डीडी उइके पर विश्वास जताया है। कांग्रेस भी यहां से अपेक्षाकृत युवा चेहरे रामू टेकाम के भरोसे इस सीट को अपने पक्ष में लाने की कोशिश में है।
मध्यप्रदेश में कुल चार चरणों में चुनाव होने हैं। पहले चरण में 6 लोकसभा क्षेत्र सीधी, शहडोल, जबलपुर, बालाघाट, मण्डला और छिंदवाड़ा में 29 अप्रैल को मतदान होगा। पांचवे चरण में सात लोकसभा क्षेत्र टीकमगढ़, दमोह, सतना, रीवा, खजुराहो, होशंगाबाद और बैतूल लोकसभा क्षेत्र में छह मई को मतदान होना है। छठवें चरण में आठ संसदीय क्षेत्रों मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल और राजगढ़ में 12 मई मतदान तिथि है। सातवें और अंतिम चरण में आठ लोकसभा क्षेत्रों देवास, उज्जैन, इंदौर, धार, मंदसौर, रतलाम, खरगोन और खंडवा में 19 मई को मतदान होगा। मतगणना 23 मई को होगी।
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