Friday, Mar 29 2024 | Time 16:57 Hrs(IST)
image
राज्य » बिहार / झारखण्ड


छठ को लेकर लोगों में उत्साह और रौनक

छठ को लेकर लोगों में उत्साह और रौनक

पटना 13 नवंबर (वार्ता) लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर लोगों में उत्साह और रौनक देखने को मिल रही है और राजधानी पटना भक्तिमय हो गयी है।

राजधानी पटना के लोग आज अस्ताचल सूर्य को अर्ध्य देंगे जिसके लिये जहां साफ-सफाई से लेकर सुरक्षा और अन्य तैयारियां पूरी कर ली गयी है वहीं छठ व्रतियों में उत्साह और रौनक देखते ही बन रही है । छठ की छटा आज पूरी राजधानी में छाई हुयी है। घर से लेकर घाट तक, गलियों से लेकर सड़कों तक... हर तरफ आकर्षक सजावट दिख रही है। पुलिस प्रशासन भी अलर्ट है।

छठ को लेकर राजधानी पटना समेत पूरे बिहार के घर-घर में छठ के गीत गूंजने लगे हैं। “ केलवा जे फरेला घवद से, ओह पर सुगा मेड़राय, आदित लिहो मोर अरगिया., दरस देखाव ए दीनानाथ., उगी है सुरुजदेव., हे छठी मइया

तोहर महिमा अपार., कांच ही बास के बहंगिया बहंगी लचकत जाय ..... , गीत सुनने को मिल रहे हैं।”

पटना नगर निगम की ओर से शहर के पार्कों एवं सार्वजनिक स्थलों पर बने तालाबों में गंगाजल डाला जा रहा है। गंगाजल अस्थायी और स्थायी दोनों प्रकार की तालाबों में नि:शुल्क डाला जा रहा है। छठ घाट पर पुख्ता चिकित्सीय इंतजाम रहेंगे। आपात परिस्थिति में एंबुलेस की मदद ली जा सकती है।

राज्य सरकार ने हर छठ घाट पर सुरक्षा तय करने के लिए जिला प्रशासन को आदेश दिया है। प्रमुख घाटों पर गोताखोंरों के साथ पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है, जिससे किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं हो। राजधानी में गंगा घाटों की सुरक्षा पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। खासकर, किसी भी तरह की कोई भगदड़ न मचे, इसका ख्याल रखने की पूरी कोशिश जिला प्रशासन कर रहा है।

       पटना में गंगा घाटों पर छठ पूजा करने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से कई सुविधाएं मुहैया करायी गयीं हैं। छठ पूजा के लिए 90 घाटों को चिन्ह्ति किया गया है। इन घाटों पर सम्पर्क पथ, पार्किंग स्थल, रोशनी एवं नदी में

बैरिकेडिंग की व्यवस्था गई है। पटना में छठ पूजा के लिए 15 तालाबों को तैयार किया गया है। पटना में 21 घाटों को खतरनाक घोषित किया गया है। यहां पूजा करने के लिए मनाही है। निगरानी के लिए 100 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं।

घाटों पर व्यवस्था दुरुस्त कर दी गई है। घाटों पर और आने-जाने के रास्ते पर रंग-बिरंगे एलइडी बल्बों से आकर्षक सजावट के साथ-साथ रोशनी की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। व्रतियों

की सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा गया है। प्रशासन की ओर से जहां साफ-सफाई के लिये अभियान चलाया गया है वहीं लोग अपने स्तर से मुहल्लों और गलियों में साफ-सफाई का ध्यान रख रहे हैं जिससे अर्ध्य देने के लिये जा रहे छठ व्रतियों को किसी तरह की कठिनाई न हो।

राजधानी के गंगा घाटों पर स्वास्थ्य विभाग चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराएगा। घाटों पर अस्थायी कैंप के अलावा एम्बुलेंस, दवा और मेडिकल टीम की तैनाती होगी। पटना के गंगा तट पर छठ पूजा को देखते हुए जिला प्रशासन ने पांच हजार से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया है। एक हजार के करीब दंडाधिकारियों की तैनाती की गई है। प्रत्येक घाट पर एनडीआरएफ की सात टीम रहेगी। इसके अलावा जवानों को 70 वोट के साथ प्रतिनियुक्ति की गई है। प्रत्येक घाट पर नाव/नाविक एवं गोताखोरों की प्रतिनियुक्ति की गई है।

      निर्बाध एवं सुरक्षित विद्युत आपूर्ति के लिए प्रत्येक घाट पर विद्युत अभियंताओं के नेतृत्व में विद्युत कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। विभिन्न घाटों पर नियंत्रण कक्ष, 200 वाच टावर, 609 चेंजिंग रूम एवं 10 यात्री शेड की व्यवस्था की गई है। घाटों पर कुल 314 शौचालय, 556 यूरिनल एवं 90 चापाकल की व्यवस्था की गई है। इसके साथ नाविक, गोताखोर घाटों पर तैनात रहेंगे।

दीघा से पटना सिटी तक घाटों पर अस्थायी मेडिकल कैंप बनाये गये हैं। इनमें 20 तरह की दवाओं के साथ एक डॉक्टर और एक पारा मेडिकल स्टाफ उपलब्ध रहेंगे। दो-तीन घाटों को जोड़कर 32 मेडिकल टीम एवं इतने ही एम्बुलेंस की तैनाती रहेगी। साथ ही 04 रिवर एम्बुलेंस भी गंगा नदी में तैनात रहेंगे। एक मेडिकल टीम जू में रहेगी। सभी मेडिकल कॉलेज, सरकारी अस्पताल और पांच 05 निजी अस्पतालों को अलर्ट रहने को कहा गया है।

पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ने छठ के मद्देनजर गंगा में नौका चलाने पर भी रोक लगा दी है। यह इसलिए किया गया है, क्योंकि नावों पर ओवरलोड होने से दुर्घटना की आशंका बनी ही रहती है। इसके साथ ही जिला प्रशासन ने एक खास ऐप भी लांच किया है। जिसका नाम छठ पूजा पटना है।इसके जरिए लोग किसी भी तरह की जानकारी ले सकते हैं। सूचनाएं भी दे सकते हैं।

जिलाधिकारी कुमार रवि ने बताया कि छठ घाट तैयार हो गए हैं। तैनाती स्थल की सभी व्यवस्था की जवाबदेही वहां तैनात पदाधिकारी की होगी। भीड़ नियंत्रण और ट्रैफिक प्रबंधन को चुनौती के रूप में लेकर कार्य करें। व्रतियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। अफवाह से सावधान रहें और व्रतियों को भी लगातार इस बारे में जागरूक करें। शाति एवं विधि-व्यवस्था के साथ-साथ दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, पुलिस बल से साथ-साथ गोताखोर,

चिकित्सा दल, एम्बुलेंस के साथ चिकित्सक एवं विद्युत विभाग के पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति गंगा नदी के विभिन्न घाटों पर की गई है।

        घाटों के ऊपरी हिस्से में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और सुरक्षा बल तैनात रहेंगे।अशोक राजपथ में छठ महापर्व के दौरान सिर्फ व्रतियों के साथ आने-जाने वाले वाहन ही चलेंगे। व्यवसायिक वाहनों का परिचालन बंद रहेगा।

सीसीटीवी कैमरों से हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। टावर पर तैनात कर्मी सीधे नियंत्रण कक्ष से जुड़ा रहेगा। घाटों पर आतिशबाजी पर प्रतिबंध रहेगा। घाटों पर सफाई के साथ रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। प्रत्येक घाट पर एक सुपरवाइजर दस-दस सफाई मजदूर के साथ तैनात किए गए हैं। एक हजार से अधिक सफाई मजदूर सिर्फ गंगा घाटों पर तैनात किए गए हैं

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गंगा घाटों का निरीक्षण किया है। निरीक्षण के बाद उन्होंने घाटों की स्थिति पर संतोष प्रकट किया। उन्होंने इसके लिए संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी।मुख्यमंत्री ने लोगों से सद्भाव से छठ पर्व मनाने की अपील की तथा उन्हें पर्व की शुभकामनाएं दीं।

वर्ष 2012 में राजधानी पटना में गंगा नदी के अदालत घाट के पास बने अस्थायी पुल के टूट होने के बाद मची भगदड़ में छठ व्रत के दौरान कई लोगों की मौत हो गयी तथा कई अन्य घायल हो गये थे ।इस बार सभी घाटों पर महिला और पुरुष पुलिस की तैनाती की गई है। पूरे शहर में श्रद्धा और सहयोग दिख रहा है। जो छठ नहीं कर रहे हैं, वो व्रतियों को पूजन सामग्री देकर छठी मइया से आशीष मांग रहे हैं। जिनकी मन्नतें पूरी हो गई हैं, वे भी इसमें पीछे नहीं हैं।

गौरतलब है कि छठ महापर्व के चार दिवसीय अनुष्ठान के दूसरे दिन कल व्रतियों ने निष्ठा और पवित्रता के साथ भगवान भाष्कर की पूजा-अर्चना करके खरना किया। भगवान भाष्कर को गुड़ मिश्रित खीर और घी की रोटी का भोग लगाकर स्वयं भी ग्रहण किया। साथ ही भाई-बंधु, मित्र और परिचितों में खरना प्रसाद बांटा।आज अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। कल उदयीमान सूर्य को अर्घ्य के बाद पारण के साथ महापर्व का चार दिवसीय अनुष्ठान पूरा हो जाएगा।

प्रेम

वार्ता

image