राज्यPosted at: Oct 17 2018 12:21PM जौनपुर में सर सैयद अहमद खां का मनाया गया 201 वां जन्म दिन
जौनपुर 17 अक्टूबर(वार्ता)उत्तर प्रदेश के जौनपुर में बुधवार को हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपाब्लिकन आर्मी तथा लक्ष्मीबाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने महान शिक्षाविद्, स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी सर सैय्यद अहमद खां का 201 वां जन्मदिन मनाया।
इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने क्रांति स्तम्भ पर मोमबत्ती एवं अगरबत्ती जलाया और दो मिनट मौन रखकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्व विद्यालय के संस्थापक सर सैय्यद अहमद खां को अपनी श्रद्धांजलि दी।
क्रांति स्तम्भ पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए लक्ष्मी बाई ब्रिगेडकी अध्यक्ष मंजीत कौर ने कहा कि महान शिक्षाविद् सर सैय्यद अहमद खां का जन्म 17 अक्टूबर 1817 को दिल्ली में हुआ था। उन्होंने मुसलमानों को मदरसे की शिक्षा के साथ आधुनिक शिक्षा से जोड़ने का जो क्रांतिकारी कार्य किया वह हमेशा सुनहरे शब्दों में लिखा जायेगा।
उन्होंने कहा कि उनके तालीमी अभियान के विरूद्ध फतवे भी किये गये लेकिन उन्होंने कभी इसकी परवाह नहीं की और न ही जबाब दिया। वह जानते थे कि मुसलमान जब तक आधुनिक शिक्षा नहीं ग्रहण करेगा तब तक वह समाज की मुख्यधारा में शामिल नहीं हो सकेगा। आधुनिक शिक्षा प्रणाली की जानकारी करने के लिए उन्होेनेे आक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज विश्व विद्यालयों का अवलोकन किया और अपने वतन वापस आये एक मदरसा (मदरतकुल-उलूम) की स्थापना की जो 1877 में मदरसा मोहमडम एग्लों ओरियेन्टल कालेज के नाम से जाना जाने लगा। बाद में 1920 में इसे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी नाम दिया गया।
उन्होंने कहा कि सर सैय्यद के इन्ही प्रयासों को देखकर अकबर इहालाबादी को कहना पड़ा- हमारी बातें ही बातें हैं सैय्यद जो कहता है वह करता है। उन्होंने कहा कि सर सय्यद अहमद खां जैसे महान लोग बार-बार नहीं पैदा होते हैं। 19 मार्च 1898 को वे इस दुनिया से हमेशा के लिये चले गये, लेकिन उनके द्वारा स्थापित की गयी महान एएमयू उनकी याद को हमेशा ताजा किये हुए हैं। इस अवसर पर धरम सिंह, मंजीत कौर, अनिरूद्ध सिंह तथा मैनेजर पाण्डेय समेत अन्य लोग मौजूद थे।
सं भंडारी
वार्ता