लखनऊ 28 नवंबर,(वार्ता) ‘मन की बात’ कार्यक्रम में जालौन की नून नदी के पुनरुद्धार एवं जल संरक्षण कार्याें को महत्व दिए जाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि नदी पुनरुद्धार के इस कार्य मे जन भागीदारी को प्रमुखता दी गयी है, ताकि नदी से आमजन मानस का जुड़ाव हो सके और भविष्य में वह इसे अपनी धरोहर मानते हुए इसकी रक्षा एवं सुरक्षा का दायित्व निभा सकें। उन्हाेने नून नदी के सफलतापूर्वक पुनरुद्धार कार्य के लिए आमजन को अपनी बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आज मन की बात में नून नदी के पुनरुद्धार कार्य से ग्रामीण एवं स्थानीय लोगों के स्वतः स्फूर्त भाव से जुड़ने की प्रशंसा की और ग्राम पंचायतों की सामूहिक शक्ति का उल्लेख किया है। नून नदी के पुनरुद्धार का यह कार्य कम समय व कम लागत में किये गये कार्याें का जीवन्त उदाहरण है। जन सहभागिता का यह कार्य अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगा।
उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों द्वारा सहभागिता से विभिन्न विकास कार्य सम्पादित किये जाते रहे हैं। यह सबके साथ एवं सबके प्रयास से सबके विकास का परिणाम है कि नून नदी जो लुप्त होने की कगार पर पहुंच गयी थी, आज फिर से जीवन्त हो गयी है। प्रधानमंत्री द्वारा जन सहभागिता के इस कार्य की प्रशंसा से लोगों के मनोबल में वृद्धि होगी।
ज्ञातव्य है कि जिला प्रशासन द्वारा नून नदी के पुनरुद्धार कार्य एवं जल संरक्षण कार्याें से केन्द्र एवं राज्य सरकार के ‘कैच द रैन’ के उद्देश्य को प्राप्त किया गया है। पर्यावरणीय स्थायित्व के लिये नदी के किनारों पर सघन वृक्षारोपण कराया गया है। नून नदी के पुनरुद्धार कार्य को 67.48 लाख रुपये लागत से पूर्ण किया गया है। नून नदी के पुनरुद्धार कार्य एवं जल संरक्षण कार्याें से 9398.34 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई क्षमता में वृद्धि हुई है। इन कार्याें से जनपद जालौन के विकास खण्ड कांेच, डकोर, कदौरा एवं महेवा के 23,416 कृषक प्रत्यक्ष रूप से तथा 58,540 कृषक अप्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे।
प्रदीप
वार्ता