जयपुर, 25 सितम्बर (वार्ता) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राज्य सरकार जन घोषणा-पत्र को सरकार के नीतिगत दस्तावेज के रूप में स्वीकार करने के बाद 501 घोषणाओं में से 252 को पूरा कर दिया गया है।
श्री गहलोत ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर राज्य मंत्रिपरिषद् के सदस्यों एवं छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू एवं पंजाब के सांसद डॉ. अमर सिंह के साथ करीब तीन घण्टे चली समीक्षा बैठक में यह बात कही। श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार इसमें किए गए वायदों को लागू करने के लिए गंभीरता से प्रयास कर रही है। साथ ही, घोषणा-पत्र के अतिरिक्त भी समय-समय पर कई नए कार्यक्रमों एवं योजनाओं को अमलीजामा पहनाया गया।
उन्होंने कहा कि घोषणा-पत्र के 173 वायदे प्रक्रियाधीन हैं। कोविड-19 महामारी के कारण कुछ कार्यों की प्रगति पर आंशिक असर पड़ा है, लेकिन विषम आर्थिक स्थितियों के बावजूद राज्य सरकार सभी घोषणाओं को समयबद्ध रूप से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
श्री गहलोत ने राज्य सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने के कार्य को भी प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य में बजरी के खनन पर रोक से उत्पन्न समस्या दूर करने एवं आमजन को उचित दाम पर बजरी उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। इसी मामले के जल्द निस्तारण के क्रम में मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और अति. मुख्य सचिव खान विभाग को दिल्ली भेजा गया है।
बैठक में ऊर्जा एवं जलदाय मंत्री श्री बी.डी. कल्ला, कृषि मंत्री श्री लालचन्द कटारिया, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, शिक्षा राज्यमंत्री श्री गोविन्द सिंह डोटासरा, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती ममता भूपेश, तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने जन घोषणा पत्र में शामिल अपने-अपने विभागों से सम्बन्धित बिन्दुओं पर प्रगति से अवगत कराया।
छत्तीसगढ़ केे गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने श्री गहलोत की प्रशासनिक क्षमताओं और कार्य योजनाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि जन घोषणा-पत्र राज्य सरकार का नीतिगत दस्तावेज है। पूर्व के अपने दो कार्यकाल में भी श्री गहलोत ने घोषणा-पत्र को सरकार की कार्य योजना का हिस्सा बनाया था, जो वायदों को पूरा करने की उनकी मंशा को दर्शाता है। उन्होंने जनता से किए गए वायदों की क्रियान्विति की नियमित समीक्षा और इसकी उपलब्धियों को निचले स्तर तक पहुंचाने का सुझाव दिया।
पंजाब के सांसद डॉ. अमर सिंह ने श्री गहलोत को देश का सबसे अनुभवी मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि उन्होंने मुफ्त दवा जैसी योजना शुरू की, जिसकी व्यापक चर्चा देश के दूसरे राज्यों में भी हुई। उन्होंने राज्य सरकार की उपलब्धियों की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने के लिए विशेष प्रयास करने पर जोर दिया।
बैठक में राज्य मंत्रिपरिषद् के अन्य सदस्य मौजूद रहे।
पारीक सुनील
वार्ता