बिजनेसPosted at: Sep 25 2018 7:44PM जर्मनी ने ईयू और भारत के बीच एफटीए पर दिया जोरनयी दिल्ली 25 सितंबर (वार्ता) यूरोपीय संघ (ईयू) और भारत के बीच मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) की वार्ता फिर से शुरू करने पर जोर देते हुए जर्मनी ने आज कहा कि इससे दोनों पक्षों को लाभ होगा। भारत में जर्मनी के राजदूत डा. मार्टिन नेय ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दोनों पक्षों की ओर से एफटीए के लिये राजनीतिक तौर पर पूरी सहमति है लेकिन बातचीत की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पा रही है। उन्होंने कहा कि जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल भारत को महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार मानती हैं और उनका कहना है कि यूरोपीय संघ के लिये भारत के साथ तुरंत एफटीए करना बहुत जरूरी है। जर्मनी के राजदूत ने कहा कि आर्थिक, राजनीतिक और रणनीतिक तौर पर भारत और यूरोपीय संघ के बीच एफटीए आवश्यक है आैर इससे दोनों पक्षों की अर्थव्यवस्थाओं को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच एफटीए होने से यूरोपीय संघ के सदस्यों के देशों के लिये भारतीय बाजार प्रतिस्पर्धी बनेगा और यूरोपीय संघ सदस्यों के देशों के बाजार भारतीय उत्पादों के लिये खुल जायेंगे। वैश्विक अर्थव्यवस्था का उल्लेख करते हुए उन्होेंने कहा कि मौजूदा संरक्षणवादी दौर में दोनों पक्ष एक दूसरे की मदद कर सकते हैं। सत्या अर्चनावार्ता