लखनऊ, 13 जुलाई(वार्ता) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 50 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि अधिक संक्रमण वाले जिलों में मेडिकल जांच के लिए मोबाइल टेस्टिंग वैन का उपयोग किया जाए।
श्री योगी ने सोमवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा की। उन्हाेंने कहा कि टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 50 हजार प्रतिदिन किया जाय। आरटीपीसीआर से 30 हजार टेस्ट, रैपिड एन्टीजन टेस्ट से 18-20 हजार तथा ट्रूनैट मशीन से 2-2.5 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाएं। उन्हाेंने कहा कि अधिक संक्रमण वाले जिलों में मेडिकल जांच के लिए मोबाइल टेस्टिंग वैन का उपयोग किया जाए।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता तथा सेनिटाइजेशन का कार्य कोविड-19 के साथ-साथ वेक्टर जनित रोगों को भी रोकने में काफी सहायक है। इसलिए प्रत्येक शनिवार तथा रविवार को पूरे प्रदेश में स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन का विशेष अभियान चलाया जाय। उन्होंने कहा कि स्वच्छता तथा सेनिटाइजेशन के लिए नामित किए गए नोडल अधिकारी मुख्यालय से अपने-अपने प्रभारी जिलों के कार्यों की समीक्षा करें।
श्री योगी ने कहा कि राज्य में सोमवार से शुक्रवार तक सभी बाजार खुलेंगे। केवल कन्टेनमेंट जोन की दुकानें नहीं खुलेंगी। शनिवार तथा रविवार को बाजार बन्द रहेंगे। इस प्रकार पूरे प्रदेश में बाजारों की साप्ताहिक बन्दी शनिवार तथा रविवार को होगी। उन्होंने कहा कि साप्ताहिक बन्दी के दौरान बाजारों में स्वच्छता तथा सेनिटाइजेशन का विशेष अभियान संचालित किया जाए।
उन्हाेंने कहा कि सर्विलांस टीम घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करें। संदिग्ध लक्षणों वाले लोगों की मेडिकल टेस्टिंग की जाए। जांच में कोविड-19 से संक्रमित पाए गए लोगों के समुचित उपचार की व्यवस्था की जाए। अस्पतालों में वरिष्ठ चिकित्सक राउण्ड अवश्य करें। उन्होंने पुलिस बल को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी सावधानियां बरतने के निर्देश भी दिए।
श्री योगी ने वाराणसी, झांसी, कानपुर नगर, बरेली, देवरिया, गोरखपुर, बलिया तथा आजमगढ़ में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग तथा मास्क के उपयोग को जीवनशैली का अंग बनाना होगा। इसके लिए लोगों को निरन्तर जागरूक करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि मास्क न पहनने पर प्रवर्तन की प्रभावी कार्रवाई की जाय। कोविड-19 से सुरक्षा सम्बन्धी प्रोटोकाॅल का पूर्ण पालन कराया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को मुख्य चिकित्सा अधिकारियों तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग को सभी मेडिकल काॅलेजों के प्रधानाचार्यों से नियमित संवाद रखते हुए कार्यों की जानकारी प्राप्त करने के निर्देश भी दिए।
भंडारी
वार्ता