भारतPosted at: Apr 23 2019 6:13PM ताकतवर नौसेना देश की सुरक्षा और समृद्धि की गारंटी
नयी दिल्ली 23 अप्रैल (वार्ता) रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने नौसेना कमांडरों से भविष्य की चुनौतियों पर गहन मंथन करने का आह्वान करते हुए आज कहा कि नौसेना को हर दृष्टि से मजबूत बनाना जरूरी है क्योंकि ताकतवर नौसेना देश की सुरक्षा और समृद्धि की गारंटी है।
नौसेना के शीर्ष कमांडरों के मंगलवार को यहां शुरू हुए सम्मेलन में शीर्ष कमांडरों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि मजबूत नौसेना देश की सुरक्षा और समृद्धि के लिए जरूरी है इसलिए उन्हें तीन दिन के इस समय में भविष्य की चुनौतियों को देखते हुए हर पहलू से गहन विचार विमर्श करना होगा। कमांडरों का सम्मेलन 25 अप्रैल तक चलेगा जिसमें वे नौसेना से संबंधित तमाम मुद्दों पर व्यापक चर्चा करेंगे।
श्रीमती सीतारमण ने थल सेना और वायु सेना के साथ संचालन और प्रशासन के स्तर पर तालमेल बढाने के नौसेना के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि नौसेना प्रमुख ने चेयरमैन ऑफ द चीफ ऑफ स्टॉफ कमेटी के तौर पर अच्छा नेतृत्व दिया है। उन्होंने कहा कि नौसेना को युद्धपोत बनाने में जरूरी और महत्वपूर्ण कलपुर्जों के डिजायन तथा विकास में सेवानिवृत हो चुके वरिष्ठ अधिकारियों के अनुभव और विशेषता का फायदा उठाना चाहिए। उन्होंने नौसेना में स्वदेशीकरण की प्रक्रिया को बढावा देने पर भी जोर दिया।
रक्षा मंत्री ने कमांडरों को सलाह दी कि वे कृत्रिम बौद्धिकता के बारे में गठित कार्य बल की सिफारिशों के अनुसार भारतीय स्टार्टअप कंपनियों की पहचान करें और इस क्षेत्र में दीर्घावधि के लिए योजना बनायें।
श्रीमती सीतारमण ने हिन्द महासागर और हिन्द प्रशांत में सैन्य कूटनीति के नौसेना के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने नौसेना की सराहना करते हुए कहा कि उसने हाल ही में अभ्यास और प्रशिक्षण के दौरान तुरता फुरती में अभियान और संचालन मोर्चे पर तैनाती का उदाहरण पेश किया।
उल्लेखनीय है कि पुलवामा आतंकवादी हमले के दौरान नौसेना एक बड़ा अभ्यास कर रही थी लेकिन तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए नौसेना ने तुरंत अपने बेड़े को संचालन के लिए तैयार कर अपनी तैयारियों और क्षमता का उदाहरण पेश किया।
संजीव
वार्ता