राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 23 2021 9:50PM तिगरीधाम में राजकीय मेले की तैयारियां शवाब परअमरोहा, 23 अक्टूबर (वार्ता) उत्तर भारत के प्रसिद्ध राजकीय मेले में शुमार गढगंगा-तिगरीधाम की दो साल बाद की जा रहीं तैयारियों को देखकर लगता है कि मेले काे अब की बार श्रद्धालुओं की आस्था के अनुरूप विकसित किया जाएगा। कोरोना संक्रमण के घटते प्रकोप के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 20 अक्टूबर को रात्रीकालीन कर्फ्यू समाप्त करने के बाद अगले दिन गुरुवार को निर्देश दिया था कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अमरोहा में गंगा तट के दोनों ओर लगने वाले ऐतिहासिक कार्तिक पूर्णिमा गढगंगा-तिगरीधाम मेला भव्य रूप से आयोजित किया जाए। इसके बाद गृह विभाग की ओर से अपर मुख्य सचिव गृह अविनाश अवस्थी द्वारा आधिकारिक ट्वीटर हैंडल के माध्यम से विभागीय अनुमति संबंधी जानकारी सार्वजनिक की गई थी। इसके बाद शुक्रवार को विकास भवन के सभागार में जिला मेला समिति की बैठक जिला पंचायत अध्यक्ष ललित तंवर की अध्यक्षता में हुई। बैठक में मेले के भव्य आयोजन को लेकर वर्ष 2019 में 1.2 करोड खर्च के मुकाबले इस बार मेले में श्रद्धालुओं की लगभग 25 फीसदी संख्या में वृद्धि को दृष्टिगत रखते हुए व्यवस्थाओं पर अनुमानित एक करोड़ 79 लाख रुपये खर्च का प्रस्ताव बनाया है और टेंडर निकालने आदि प्रक्रिया शुरू हो गई है। श्री तंवर ने कहा है कि ऐतिहासिक मेले की तैयारियां भी ऐतिहासिक होना चाहिए। उन्होने कहा कि मेले में आने वाले सभी श्रद्धालुओं, दुकानदारों, लोकसंस्कृति तथा भक्ति से ओतप्रोत कलाकारों को मेला स्थल पर कोविड-19 टीकाकरण की व्यवस्था करते हुए जनाकांक्षाओं के अनुरूप सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। मेले की सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में पर्याप्त पुलिस बल गोताखोर की निगहबानी निरापद आयोजन की उम्मीद जताई। मेले में प्लास्टिक बैग आदि पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगे,मिट्टी के कुल्हड़ का प्रयोग किया जाए। महिला और पुरुषों के लिए अलग अलग साफ सुथरे शौचालयों के साथ मोबाइल शौचालयों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए।उन्होंने मेले में धार्मिक महत्व के कार्यक्रम तथा यज्ञ हवन आदि के लिए वातावरण तैयार करने पर बल दिया। अपर मुख्य अधिकारी हरमीक सिंह ने मेला समिति को आश्वस्त किया कि मेले को आकर्षक और भव्य बनाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोडी जाएगी।गौरतलब है कि ग्रामीण भारत में पवित्र गंगा नदी तट पर लगभग सप्ताह भर तक चलने वाले कार्तिक पूर्णिमा मेले के प्रति बच्चों बूढों तथा महिलाओं में आस्था, उत्साह और उमंग का इस बात को लेकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस मेले की तैयारियां महिना भर पहले से शुरू हो जाती हैं। खेती किसानी के कार्य समय से पूरा करने की होड सी लग जाती है।दूरदराज से रिश्तेदार और मिलने वालों को मेले में आने बाकायदा बुलावा भेजा जाता है। बीते साल कोरोना संक्रमण के प्रकोप के चलते मेले का आयोजन रद्द होने की पीडा इस बार दशहरा के उत्सव पर भारी संख्या में उत्सवधर्मी भीड और ट्रैक्टर ट्रालियों की उपस्थिति से देखी गई थी। इसलिए गढगंगा-तिगरीधाम मेले में इस बार रिकॉर्ड तोड़ भीड रहने के मद्देनजर मेला प्रशासन तैयारियां भी उसी स्तर से पूरी कर रहे हैं।सं प्रदीपवार्ता