राज्यPosted at: Sep 20 2018 9:07PM तीन तलाक पर अध्यादेश का खामियाजा भुगतेगी भाजपा सरकार
सुपौल 20 सितम्बर (वार्ता) कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और सांसद रंजीता रंजन ने आज कहा कि तीन तलाक मुद्दे पर अध्यादेश मुस्लिम समाज पर जबरन थोपा गया है, जिसका खामियाजा केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को भुगतना होगा।
श्रीमती रंजन ने यहां पत्रकारों से बातचीत में अध्यादेश की खामियां गिनाते हुए कहा कि इस मुद्दे पर लाये गई विधेयक की त्रुटियों पर राज्य सभा मे बहस हो चुकी है। कांग्रेस अध्यादेश में सुधार लाने पर अपनी राय देश के समक्ष रख चुकी है। इसमें तलाक पीड़ितों के लिए मुआवजा का प्रावधान नहीं, तलाक होने पर पति को जेल भेजे जाने जैसी खामियां है, लेकिन वर्तमान सरकार अपने रुख पर कायम रही।
सांसद ने कहा कि केन्द्र सरकार ने तीन तलाक जैसे संवेदनशील मुद्दे पर कांग्रेस सहित अन्य दलों की बातों को अनसुना कर दिया और आनन-फानन में इसपर अध्यादेश ले आई। उन्होंने कहा कि यह अध्यादेश लोगों को असली मुद्दों से भटकाने के लिए लाया गया है। सरकार समझती है कि इस अध्यादेश से तीन तलाक मुद्दे पर विराम लग गया तो यह सरकार की भूल है। इससे सरकार का पीछा नहीं छूटने वाला।
श्रीमती रंजन ने कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार चार साल तक इस मुद्दे पर सोई रही और जब जाने की बारी आई तो सियासी फायदे के लिय इसे थोप दिया गया। उन्होंने दावा किया कि सरकार को यह सियासी दाव उलटा पड़ेगा और अगले आम चुनाव में उसे इसका खामियाजा भुगतना होगा।
सं. सतीश सूरज
वार्ता