नयी दिल्ली, 19 फरवरी (वार्ता) पुलवामा हमले पर विवादित बयान के बाद आलोचना झेल रहे पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को उनकी पार्टी कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने नसीहत देते हुये कहा है कि उनके दोस्त पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की वजह से उन्हें गालियां पड़ रही हैं और वह अपने मित्र को समझायें।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री सिंह ने मंगलवार को कई ट्वीट कर श्री सिद्धू को नसीहत देने के साथ ही श्री खान को भी नहीं बख्शा और कहा कि वह साहस दिखाते हुये आतंकवाद के सरगनाओं हाफिज सईद और मसूद अजहर को भारत को सौंप दें।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “ नवजोत सिंह सिद्धू जी अपने दोस्त इमरान भाई को समझायें। उसकी वजह से आपको गालियां पड़ रही हैं।” पुलवामा हमले के बाद श्री सिद्धू के बयान की चौतरफा आलोचना हो रही है। टेलीविजन चैनल सोनी के मनोरंजक कार्यक्रम ‘द कपिल शर्मा’ शो से भी उन्हें हटा दिया गया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को चुनौती देते हुए श्री सिंह ने लिखा, “ पाकिस्तान के माननीय प्रधानमंत्री कम आन, साहस दिखाइये और हाफिज सईद और मसूद अजहर आतंक के स्वयंभू सरगनाओं को भारत को सौंप दें। ऐसा करके आप न केवल पाकिस्तान को आर्थिक संकट से उबारने में कामयाब होंगे बल्कि नोबेल शांति पुरस्कार के भी प्रबल दावेदर बन जायेंगे।”
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कट्टर आलोचक श्री सिंह ने एक अन्य ट्वीट में मोदी समर्थकों पर भी निशाना साधते हुए कहा, “ मैं जानता हूं कि मोदी भक्त मुझे इस पर ट्रोल करेंगे लेकिन मैं इसकी परवाह नहीं करता। इमरान खान एक क्रिकेटर के तौर पर मुझे पंसद हैं लेकिन वह मुस्लिम कट्टरपंथियों और आईएसआई समर्थित समूहों का समर्थन कर रहे हैं जिस पर मैं विश्वास नहीं कर पा रहा हूं।”
उन्होंने कहा, “ हमें एक-दूसरे पर आरोप लगाने की बजाय हमें अपने राजनीतिक मतभेदों को भुलाकर एक साथ आना चाहिये और कश्मीर घाटी में फिर से सांप्रदायिक सद्भाव स्थापित करने का काम करना चाहिये ताकि वहां कश्मीरी मुस्लिम और कश्मीरी हिंदू भाइयों को साथ-साथ रहने का माहौल बने जो वहां का ‘हाल मार्क’ था। श्री सिंह ने कश्मीर के छात्रों और स्थानीय नागरिकों का देश के विभिन्न हिस्सों में उत्पीड़न नहीं किये जाने की अपील करते हुए लिखा, “ एक भारतीय के नाते क्या हम कश्मीरी छात्रों और कश्मीरी व्यापारियों को पूरे देश में परेशान करना नहीं छोड़ सकते हैं? क्या हम ऐसा कश्मीर चाहते हैं जहां कश्मीरियत ही नहीं हों? एक राष्ट्र के तौर पर हमें अपना विकल्प चुनना ही होगा।”
श्री सिंह ने कश्मीर के लिए एक रोडमैप तैयार करने सुझाव देते हुये कहा कि क्या कांग्रेस, भाजपा, नेशनल कांफ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और कश्मीर की अन्य पार्टियां अगले 10 वर्ष के लिये एक रोडमैप तैयार नहीं कर सकते।
मिश्रा जय
वार्ता