नयी दिल्ली 25 सितंबर (वार्ता) देश-विदेश के श्मशान घाटों पर हिन्दुओं की लावारिस अस्थियों को एकत्र करके उत्तराखंड में गंगा में विसर्जित करने के पुण्य कार्य में लगी देवोत्थान सेवा समिति ने इस वर्ष करीब साढ़े सात हजार शवों की अस्थियां इकट्ठा की हैं।
समिति ने इस वर्ष यात्रा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत” अभियान को सार्थक करते हुए मंगलवार को इन अस्थियों की सफाई कर राख अलग करने का काम पूरा किया। इस वर्ष समिति ने दिल्ली के अलावा हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, महाराष्ट्र और हरियाणा से अब तक 7350 अस्थियों को एकत्रित किया है।
यात्रा के महामंत्री और संयोजक विजय शर्मा ने बताया कि उम्मीद है कि न्यूयार्क से भी एक अस्थि कलश बुधवार तक मिल जायेगा। समिति की 17 वीं यात्रा 28 सितंबर को शुरू होगी और 29 को हरिद्वार के कनखल में पूरे मंत्रोच्चार के साथ अस्थियों को गंगा में प्रवाह किया जायेगा।
श्री शर्मा ने बताया कि आईटीओ स्थित शहीदी पार्क से 28 सितंबर को कालका पीठ के महंत सुरेंद्रनाथ यात्रा को रवाना करेंगे। अस्थियां विसर्जन करने के मौके पर हरिद्वार में समिति के स्वयं सेवक सती घाट की सफाई भी करेंगे। उन्होंने बताया कि अस्थियों को साफ करने के काम में युवाओं और महिलाओं ने स्वेच्छा से श्रमदान किया। भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के नेता पंकज जैन, किरण दीप कौर, दलीप जेटली, पंकज आंगरा, उत्कर्ष, हर्ष, नमन और सुशांत के अलावा बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया।
समिति पिछले 16 साल के भीतर देश-विदेश के श्मशान घाटों से एकत्र की गयी एक लाख 21 हजार 513 अस्थियों का विसर्जन कर चुकी है। वर्ष 2011 और 2016 में पाकिस्तान से क्रमश: 135 और 160 शवों की अस्थियों को लाकर गंगा में विसर्जित किया गया था।
मिश्रा.श्रवण
वार्ता