बेंगलुरु, 30 नवंबर (वार्ता) कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रभावित दो दक्षिण अफ्रीकी नागरिकों में से एक की रिपोर्ट दो या तीन दिन में मिल सकती है।
श्री सुधाकर ने कहा कि उम्मीद है कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद दो या तीन दिनों में कोरोना वायरस से प्रभावित दक्षिण अफ्रीकी नागरिक की रिपोर्ट दे सकती है, जिसके बाद यह पता चल पाएगा कि वह कोविड-19 के नये रूप ओमिक्रोन से ग्रसित है या नहीं।
उन्होंने बताया कि अन्य दक्षिण अफ्रीकी नागरिक कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित पाया गया है। उन्होंने बताया कि हालांकि दोनों में इस संक्रमण के लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं, लेकिन एहतियातन इन दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने कहा,“दो अफ्रीकी नागरिकों में से एक की रिपोर्ट में पता चला है कि वह कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से ग्रस्त है लेकिन दूसरे की जांच रिपोर्ट अभी नहीं मिली है। इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हुई है, वह कोरोना के दूसरे वैरिएंट से प्रभावित है। हमने उसके नमूने को जांच के लिए आईसीएमआर के पास भेजा है। उसकी रिपोर्ट मिलने में दो से तीन दिन का समय लग सकता है। ”
कोरोना के दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को लेकर उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर तकनीकी विशेषज्ञ सलाहकार समिति की ओर आयोजित बैठक में शामिल हुए थे, जो स्थिति को संभालने के लिए एहतियाती कदम उठा रही है।
उन्होंने बताया कि समिति ने पहले सरकार को दिशानिर्देशों को लेकर सिफारिश भी कर चुकी है, जिस पर चर्चा की जा रही है और मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के समक्ष रखी गई है।
डॉ. सुधाकर ने हालांकि सरकार द्वारा किसी शैक्षणिक तथा आर्थिक गतिविधियों पर पाबंदी लगाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
उल्लेखनीय है कि बेंगलुरु ग्रामीण जिला का उपाध्यक्ष के.श्रीनिवास ने बताया था कि दक्षिण अफ्रीका से 11 और 20 नवंबर को बेंगलुरु आए दो लोग कोरोना से ग्रसित पाए गए हैं।
संतोष.श्रवण
वार्ता