कोहिमा ,05 जुलाई (वार्ता) कांग्रेस ने नागालैंड में कानून एवं व्यवस्था की मौजूदा स्थिति के सामान्य होने के राज्य सरकार के दावे की आलोचना करते हुए इसे जनता का अपमान करार दिया है।
नागालैंड प्रदेश कांग्रेस समिति (एनपीसीसी) के अध्यक्ष के थेरी ने रविवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा, “ क्षेत्रीय पार्टी के सत्ता में आने के बाद से ही राज्य सरकार ने कानून एवं व्यवस्था के मुद्दे पर आत्मसमर्पण कर दिया है। राज्य में कई समानांतर स्वयंभू सरकारें चल रही हैं। राज्य सरकार की अपेक्षा इन स्वयंभू सरकारों का अधिक बोलबाला है। सोशल मीडिया की ओर देखने से पता चलता है कि लोग राज्य सरकार की आलोचना करने से नहीं डर रहे हैं बल्कि इन स्वयंभू सरकारों के खिलाफ कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।”
दरअसल, नागालैंड के राज्यपाल ने कानून एवं व्यवस्था की बिगड़ती हुई स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा था जिसके जवाब में राज्य सरकार ने कहा है कि नागालैंड में कानून एवं व्यवस्था की मौजूदा स्थिति सामान्य एवं शांतिपूर्ण है।
लेकिन कांग्रेस ने सरकार से असहमति व्यक्त करते हुए कहा कि जनता के बीच अपनी जिंदगी और संपत्ति की सुरक्षा को लेकर संशय की स्थिति है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, “ राज्य में उद्यमियों, ठेकेदारों और आपूर्तिकर्ताओं को निशाना बनाकर उनकी हत्याएं की जा रही हैं। हत्या में इस्तेमाल किए जा रहे अधिकतर हथियार राज्य सरकार से संबंधित हैं। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में भी एक सवाल के जवाब में माना था कि पुलिस के 44,550 कारतूस और 152 हथियार लापता हुए हैं। राज्य में विभिन्न गुटों के बीच हिंसा का दौर जारी है जो धीरे-धीरे अनियंत्रित होता जा रहा है। दुकानदारोें तथा कारोबारियों से अवैध वसूली की जा रही है। ”
श्री थेरी ने कहा कि असम राइफल्स और पुलिस ने कई अपराधियों को पकड़ा है लेकिन पुलिस स्टेशन पहुंचने से पहले ही राजनेताओं की ओर से उन्हें छोड़ने के आदेश दे दिए जाते हैं। कई लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत भी गिरफ्तार किया गया था, लेकिन एक वर्ष बिना किसी मामले के उन्हें छोड़ दिया गया। राज्य में अवैध रूप से हत्याएं, अपहरण, फिरौती तथा आपराधिक गतिविधियां काफी बढ़ गयी हैं।
रवि जितेन्द्र
वार्ता