राज्य » जम्मू-कश्मीरPosted at: Jul 2 2020 4:23PM नागरिक की मौत आतंकियों की गोली से हुयी : सीआरपीएफ
श्रीनगर ,02 जुलाई (वार्ता) केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जम्मू-कश्मीर जोन के विशेष महानिदेशक (एसडीजी) जुल्फिकार हसन ने सोपोर में एक नागरिक बशीर अहमद डार को कार से बाहर निकालकर हत्या करने के सुरक्षा बलों पर लगाये गये आरोपों को गुरुवार को साफ खारिज करते हुए कहा कि एक मस्जिद से आतंकवादियों की ओर से चलायी गयी गोली से श्री डार की मौत हुयी थी।
श्री हसन ने एसटीसी हुमहामा में सीआरपीएफ के शहीद जवान हेड कांस्टेबल दीप चंद के श्रद्धांजलि समारोह के इतर संवाददाताओं से कहा कि इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है कि सीआरपीएफ जवानों ने बुधवार को श्रीनगर के निवासी श्री डार को कार से बाहर निकाला तथा गोली मार कर हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि वास्तविकता यह है कि श्री डार एक मस्जिद में छिपे आतंकवादियों की ओर से चलायी गयी गोली से मारे गये।
उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ पार्टी जब नियमित गश्ती पर थी तो उसी दौरान मस्जिद में छिपे आतंकवादियों ने स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। यह एक पूर्व सुनियोजित हमला था जिसमें हमारे चार जवान घायल हो गये। बाद में हेड कांस्टेबल चांद की मौत हो गयी।
एसडीजी ने कहा कि गोलीबारी खत्म होने के बाद मस्जिद की तलाशी के दौरान 60 गोलियों के खोखे बरामद किये गये।
श्री हसन ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि श्री डार आतंकवादियों की ओर से की गयी गोलीबारी के शिकार बन गये, लेकिन कुछ लोगों ने सीआरपीएफ पर उन्हें कार से बाहर निकालकर गोली मारे जाने का आरोप लगाया है जो पूरी तरह निराधार और बेबुनियाद है।
उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद तस्वीरों समेत सभी तकनीकी तथ्यों की छानबीन एवं जांच की जा रही है। उन्होंने कहा,“जाे कुछ हुआ उसको लेकर हम पूरी तरह आश्वस्त हैं।” उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे मस्जिदों समेत धार्मिक स्थलों के इस्तेमाल की इजाजत आतंकवादियों को ना दें।
गौरतलब है कि श्री डार के परिजनों ने सोपोर मुठभेड़ में सुरक्षा बलों की ओर से की गयी गोलीबारी में उनके (श्री डार) के मारे जाने का दावा कर इस मुठभेड़ को लेकर विवाद उत्पन्न कर दिया है।
सीआरपीएफ ने एक बयान जारी कर यह स्पष्ट किया था कि मस्जिद में छिपे आतंकवादियों की ओर से की जा रही गोलीबारी के दौरान सोपोर से कुपवाड़ा जा रहा एक वाहन रूका। वाहन चला रहा एक वृद्ध व्यक्ति कार से उतरा तथा सुरक्षित स्थल की ओर जाने के लिए निकला। इसी बीच आतंकवादियों की ओर से चलायी गयी गोली उस व्यक्ति (श्री डार) को लगी जिससे उनकी मौत हो गयी। बाद में वृद्ध के शव के पास बैठे एक बच्चे को सुरक्षा बल के जवानों ने बचा लिया था।
संजय जितेन्द्र
वार्ता