काराकस 20 अप्रैल (शिन्हुआ) वेनेजुएला के मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने कहा है कि उनका देश अपनी स्वतंत्रता को बनाए रखने और संपदा की रक्षा करने के लिए साम्राज्यवादियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है तथा उन्हें हरा कर ही दम लेगा।
श्री मादुरो ने वेनेजुएला के 209वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शुक्रवार को ट्वीट कर यह बात कही। उन्होंने टि्वटर पर लिखा, “1810 में हमने अपनी जमीन पर स्पैनिश साम्राज्यवादी शक्ति को मान्यता देने से इनकार कर स्वतंत्रता की ओर पहला कदम बढ़ाया था। उसी प्रकार के विद्रोह की तरह आज हम नये साम्राज्यवादियों का सामना कर रहे हैं जो हमारे पवित्र खजाने और स्वतंत्रता को लूटना चाहते हैं। हम उन्हें हराएंगे।”
उल्लेखनीय है कि 19 अप्रैल 1810 को वेनेजुएला के लोगों ने गवर्नर एवं कैप्टन जनरल विंसेंट एंपारन के अलावा स्पेन के कई वरिष्ठ एवं उच्च अधिकारियों को अपदस्थ कर निर्वासित कर दिया था। इसके एक वर्ष बाद वेनेजुएला ने 1811 में एक कानून पर हस्ताक्षर कर स्वतंत्रता हासिल की थी।
वेनेजुएला में मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के खिलाफ हो रहे विरोध-प्रदर्शनों को देखते हुए अमेरिका ने उस पर कई प्रकार के प्रतिबंध लगाने के अलावा कहा है कि वह सैन्य विकल्प पर विचार कर रहा है। नेशनल असेंबली के अध्यक्ष एवं विपक्ष के नेता जुआन गुआइदो ने 23 जनवरी को इन विरोध-प्रदर्शनों का नेतृत्व करने के साथ ही स्वयं को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित किया था।
अमेरिका के अलावा अब तक कनाडा, अर्जेंटीना, ब्राजील, चिली, कोलंबिया, कोस्टारिका, ग्वाटेमाला, होंडुरास, पनामा, पैराग्वे और पेरू समेत 54 देशों ने विपक्ष के नेता जुआन गुआइदो को वेनेजुएला के अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में मान्यता देने की घोषणा की है।
गौरतलब है कि वेनेजुएला में हजारों लोग मौजूदा राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इन विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व श्री गुआइदो कर रहे हैं। जनवरी की शुरुआत में श्री मादुरो ने राष्ट्रपति के तौर पर अपने दूसरे कार्यकाल की शपथ ली थी। हाल में संपन्न हुए चुनावों में उन पर गड़बड़ी करने के आरोप लगे थे।
श्री मादुरो के नेतृत्व में कई वर्षों से वेनेजुएला गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। बढ़ती कीमतों के अलावा खाने-पीने और दवाइयों की कमी के कारण लाखों लोगों ने वेनेजुएला से पलायन भी किया है। संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक वेनेजुएला के 27 लाख लोगों ने लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई देशों में शरण ली हुई है।
मौजूदा राष्ट्रपति मादुरो ने श्री गुआइदो पर अमेरिका की मदद से उन्हें सत्ता से बाहर करने के लिए साजिश रचने का आरोप लगाया है। श्री मादुरो को चीन तथा रूस खुल कर अपना समर्थन दे रहे हैं।