पटना 23 फरवरी (वार्ता) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्राथमिक कृषि साख सहयोग समिति (पैक्स) और सहकारिता को आश्वासन देते हुए आज कहा कि इनकी जो भी अपेक्षाएं हैं उसे पूरा करने की हरसंभव कोशिश की जाएगी।
श्री कुमार ने यहां सम्राट अशोक कन्वेंशन केन्द्र स्थित बापू सभागार में आयोजित सहकारिता महासम्मेलन 2020 का उद्घाटन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज से 20 वर्ष पहले पैक्स और बिस्कोमान की क्या हालत थी, सबको पता है। राज्य में उनकी सरकार बनने के बाद पैक्स के गठन के लिए, उसके चुनाव के लिए काम शुरु किया। पैक्स में सदस्यों की संख्या बढ़ी है। धान की अधिप्राप्ति बड़े पैमाने पर हो रही है। इस वर्ष भी धान अधिप्राप्ति में जो कठिनाइयां मौसम के कारण आ रही हैं उसके समाधान के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्य सचिव और सहकारिता मंत्री इसकी निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हम यहां इसलिए भी आए हैं कि आपकी समस्याएं जान सकें। पैक्स को 15 लाख रुपए तक के कृषि यंत्र दिए जाएंगे, जिसमें केंद्र सरकार की तरफ से 10 लाख रुपए और राज्य सरकार की तरफ से पांच लाख रुपए की सब्सिडी दी जाएगी। हमारी इच्छा है कि कृषि यंत्र आपलोगों को उपलब्ध हो सके। पैक्स को सुविधाएं दी गई हैं, सहकारिता का सम्मान किया गया है और जो भी आप सबकी अपेक्षाएं होंगी, उसे पूरी करने की कोशिश करेंगे। आपलोगों की कोई समस्याएं हैं, कोई मन में बात हो तो उसे सहकारिता मंत्री से बताएं, हमलोग उस पर काम करेंगे।
श्री कुमार ने कहा कि अभी पैक्स की संख्या एक करोड़ 24 लाख हो गई है। इसमें महिलाओं की संख्या दो लाख से बढ़कर 36 लाख हो गई है। इससे स्वयं सहायता समूह भी जुड़ने लगे हैं। सहकारी बैंकों में 25 महिला सहायक प्रबंधक की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। धान की खरीद की व्यवस्था रैयत और गैर रैयत किसानों के लिए की गई है। उन्होंने कहा कि कृषि यंत्र खरीदने वाले पैक्स से उनका निवेदन है कि वे चार कृषि यंत्र हैपिसिडर एवं जीरो टिलेज मशीन, रोटरी मल्चर, स्ट्रारीपर तथा रीपर कंबाइंडर यंत्र जरूर खरीदें। इस पर राज्य सरकार द्वारा 75 फीसदी की सब्सिडी दी जा रही है। जीविका समूह भी यंत्रों को खरीद रहे हैं।
सूरज
जारी (वार्ता)