दुनियाPosted at: Mar 21 2019 8:34PM पाकिस्तान का चीन ‘बुरे वक्त’ का और ‘चिरस्थायी’ मित्र:कुरैशी
इस्लामाबाद, 21 मार्च (वार्ता) पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के भारत के प्रयास में चीन के अड़ंगा लगाने से पाकिस्तान काफी खुश है। गुरुवार को पाकिस्तान ने कहा कि दोनों देशों की मित्रता ‘बुरे समय’ की और ‘चिरस्थायी’ है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अन्य मंत्रियों और सलाहकारों के साथ यहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारत ने पुलवामा हमले को पाकिस्तान से जोड़ने का बहुत प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हो सका।
श्री कुरैशी ने कहा, “पुलवामा हमले के बाद उत्पन्न संकट ने यह साबित कर दिया की चीन पाकिस्तान का कुसमय का सखा है और हम उसे हमेशा समझते हैं। भारत ने पुलवामा हमले से पाकिस्तान को जोड़ने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो सका।”
विदेश मंत्री ने कहा कि पुलवामा हमले के उपरांत उत्पन्न स्थिति और अफगान शांति प्रक्रिया के संबंध में उन्होंने हाल की चीन यात्रा के दौरान वहां के विदेश मंत्री वांग यी को अवगत कराया था। श्री कुरैशी पाकिस्तान,चीन के विदेश मंत्री रणनीतिक बातचीत में हिस्सा लेने हाल ही में बीजिंग गये थे।
उन्होंने बताया कि इसके बाद प्रधानमंत्री इमरान खान को चीन के नेतृत्व ने अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर दूसरे बेल्ट और रोड फोरम के लिए आमंत्रित किया है। इसका आयोजन 25 से 27 अप्रैल के बीच बीजिंग में होना है। इसमें 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है।
पुलवामा में 14 फरवरी को केंद्रीय सुरक्षा बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर आत्मघाती आतंकवादी हमला किया गया था जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे । जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेवारी ली थी। हमले के बाद मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के भारत ने प्रयास किए थे और फ्रांस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इस आशय का एक प्रस्ताव लाया था जिसका अन्य देशों ने समर्थन किया लेकिन चीन के अड़गा लगाने से प्रस्ताव पारित नहीं हो सका।
मिश्रा. श्रवण
वार्ता