नयी दिल्ली 29 जनवरी (वार्ता) शिवसेना नेता एवं सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने शनिवार को पेगासस स्नूपिंग सॉफ्टवेयर की कथित खरीद और उपयोग पर झूठ बोलने के लिए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा।
एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भारत ने 2017 में हथियार सौदे के एक हिस्से के रूप में सॉफ्टवेयर खरीदा था। .
सुश्री चतुर्वेदी ने यूनीवार्ता से बातचीत में कहा , “ पेगासस खुलासे से पता चलता है कि सरकार के पास झूठ बोलने के लिए बहुत कुछ है। सरकार ने सदन और शीर्ष न्यायालय में झूठ बोला है। ” उन्होंने कहा, “ उच्चतम न्यायालय को इस तथ्य की जांच करने की जरूरत है कि क्या करदाताओं की गाढ़ी कमाई का इस्तेमाल अपने ही लोगों और हमारे देशवासियों के खिलाफ निगरानी प्रणाली और जासूसी हथियार बनाने के लिए किया गया था।”
उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के बजाय विपक्षी दलों के नेताओं, न्यायाधीशों, अधिकारियों और यहां तक कि भाजपा नेताओं की जासूसी करने के लिए इसका इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा “ हमारी सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस तरह की उच्च तकनीक का उपयोग करने के बजाय वे देश के भीतर उन लोगों के खिलाफ इसका इस्तेमाल कर रहे हैं जो असंतोष की आवाज उठा रहे हैं। न्यायपालिका, चुनाव आयोग, कार्यकर्ता, पत्रकार सभी की जांच की जा रही है और यहां तक कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और उनकी अपनी पार्टी के सदस्यों ने इस संबंध में बयान दिये हैं।
शिवसेना नेता ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण रहस्योद्घाटन है जो सरकार को बेनकाब करता है। शीर्ष न्यायालय को जांच करनी चाहिए कि सरकार कैसे झूठ बोलती रही। उन्होंने कहा कि शिवसेना संसद के बजट सत्र में इस मुद्दे को उठायेगी।
टंडन
वार्ता