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प्रवासी पक्षियों की मौत का मामला गंभीर चिंता का विषय - मिश्र

प्रवासी पक्षियों की मौत का मामला गंभीर चिंता का विषय - मिश्र

जयपुर, 20 नवम्बर (वार्ता) राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि प्रवासी पक्षियों की मौत का मामला गंभीर चिंता का विषय है लिहाजा इसकी मौत के कारण और रोग निवारण ढूंढ़ना जरूरी है।

सांभर झील में पक्षियों की हो रहीं अकस्मात मौतों को लेकर यहां राजभवन में एक महत्वपूर्ण बैठक में श्री मिश्र ने मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता और वन एवं पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से विस्तृत चर्चा करके मामले की समीक्षा की। बैठक में श्री मिश्र ने कहा कि पक्षियों की मौत का मामला गंभीर चिंता का विषय है। पक्षियों की मौत के कारण और रोग निवारण के उपाय ढूंढने आवश्यक हैं। रोग के फैलाव को रोकने और रोग से बचाव के लिए पुख्ता प्रबन्ध किये जाने जरूरी हैं।

श्री मिश्र ने कहा कि इस बीमारी पर तत्काल नियंत्रण करना बेहद जरूरी है। राजस्थान में विश्व के दूर-दराज के स्थानों से प्रवास करके यहां पक्षी आते हैं। प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा हमारे राज्य की जिम्मेदारी है। उन्होंने पक्षियों के इस रोग पर नियंत्रण करने और बचाव के लिए किये गये राज्य सरकार के विभिन्न विभागों, पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय एवं देश की अन्य प्रयोगशालाओं के वैज्ञानिकों के समन्वित और सामूहिक प्रयासों की प्रंशसा की। श्री मिश्र ने कहा कि देश की विभिन्न प्रयोगशालाओं और वैज्ञानिकों के माध्यम से घटना का विश्लेषण करने के पश्चात निकलने वाला निर्णय भविष्य के लिए सावचेत करने वाला एवं फलदायी होगा।

बैठक में मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता ने बताया कि ऐसी घटना राज्य में पहली बार हुई है। घटना की जानकारी होते ही राज्य के पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय और आईबीआरआई, बरेली की पशु-पक्षी रोग जांच प्रयोगशाला के विशेषज्ञों के दलों को तुरन्त बुला लिया गया था। राजुवास के कुलपति डाॅ. विष्णु शर्मा द्वारा डाॅ. अनिल कटारिया की अध्यक्षता में गठित दल ने रोग की पहचान कराने में मदद की। उन्होंने बताया कि अब तक मृत पक्षियों की संख्या 17 हजार 981 है। बुधवार को बैठक होने तक 30 मृत पक्षियों के शरीर पाये गये। लगातार समन्वित प्रयासों से इस बीमारी पर पूरी तरह से नियंत्रण कर लिया गया है।

बैठक में वन विभाग की प्रमुख सचिव श्रेया गुहा ने बताया कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजिज की रिपोर्ट में उल्लेख है कि यह रोग बर्ड फ्लू नहीं है। पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के लैब के वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के अनुसार संभवतया यह एवियन बोटुलिज्म रोग प्रतीत हो रहा है। आईबीआरआई, बरेली की लैब से भी पक्षियों के रोग की जांच की जा रही है, जिसकी रिपोर्ट शीघ्र ही प्राप्त हो जायेगी। घटना स्थल पर एम्बुलेन्स की तुरन्त व्यवस्था कर दी गई थी।

सुनील

वार्ता

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