नयी दिल्ली, 22 मार्च (वार्ता) पुलवामा हमले से बिगड़े रिश्तों के बीच हुर्रियत नेताओं को आमंत्रित किये जाने के विरोध में भारत यहाँ कल होने वाले पाकिस्तान दिवस से संबंधित कार्यक्रम का बहिष्कार करेगा, इस कार्यक्रम में भारत अपना कोई सरकारी प्रतिनिधि नहीं भेजेगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने शुक्रवार को पत्रकारों को यह जानकारी दी। गौरतलब है कि 23 मार्च 1940 मुस्लिम लीग ने लाहौर में एक प्रस्ताव पारित कर पाकिस्तान को अलग राष्ट्र के रूप में बनाये जाने की घोषणा की थी, इसलिए हर साल उस दिन पाकिस्तान दिवस मनाया जाता है।
श्री कुमार ने कहा,“मैं इस बात की पुष्टि करता हूँ कि भारत ने पाकिस्तान राष्ट्रीय दिवस में किसी प्रतिनिधि को नहीं भेजने का फैसला किया है, आपको पहले भी हमारे रुख के बारे में पता है कि पाकिस्तान उच्चायुक्त और पाक नेतृत्व द्वारा हुर्रियत नेताओं को आमंत्रित किये जाने को हम हल्के से नहीं ले सकते हैं, हमने पहले भी यह बात कही है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या पाकिस्तान में हमारे उच्चायुक्त भाग लेंगे, श्री कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान में हमारे उचायुक्त भी इस कार्यक्रम में नहीं जायेंगे।
इस बीच, भारत ने करतारपुर साहिब गलियारे के लिए गत दिनों आधिकारिक स्तर पर वार्ता की थी और बातचीत का दूसरा दौर दो अप्रैल को वाघा में होना है।
पुलवामा हमले के बाद भारत की हवाई कार्रवाई और उसके बाद विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को पकड़े जाने की घटना से पाकिस्तान के साथ रिश्ते खराब हो गये थे।
अरविन्द.श्रवण
वार्ता