राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Aug 11 2020 9:39PM बिहार की 37 रेल परियोजनाओं में प्रवासी श्रमिकों को मिला रोजगार, 262.82 करोड़ का हुआ भुगतानपटना 11 अगस्त (वार्ता) लॉकडाउन में अपने-अपने गांव लौटे प्रवासी श्रमिकों को रोजगार प्रदान करने के लिए शुरू की गई गरीब कल्याण रोजगार योजना के तहत पूर्व-मध्य रेल (ईसीआर) ने बिहार की 37 रेल परियोजनाओं के तहत इन मजदूरों को रोजगार उपलब्ध करा रहा है और इसके लिए अबतक 262.82 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। ईसीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने मंगलवार को बताया कि बड़े-बड़े शहरों में अपनी आजीविका में लगे प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के बाद ईसीआर द्वारा भी ऐसे तमाम प्रवासी श्रमिकों को गरीब कल्याण रोजगार योजना के तहत स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मुहैया कराए जा रहे हैं। ऐसे तमाम प्रवासी श्रमिकों को नई लाईन, दोहरीकरण, आमान परिवर्तन, विद्युतीकरण एवं रेल अवसंरचना के विकास से जुड़े कार्यों में लगाया गया है ताकि ये अपनी आजीविका चला सकें । श्री कुमार ने बताया कि इस अभियान के तहत बिहार के 32 जिलों के प्रवासी श्रमिकों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। योजना के सफल कार्यान्वयन के लिए इन जिलों में एक-एक समन्वयक नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि बिहार की कुल 37 रेल परिचोजनाओं में प्रवासी कामगारों को लगाया गया है । इस वर्ष 20 जून से 07 अगस्त तक प्रवासी श्रमिकों के लिए एक लाख 35 हजार 425 मानव दिवस के बराबर रोजगर का सृजन करते हुए 262.82 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया । मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि दोहरीकरण परियोजना के तहत समस्तीपुर-दरभंगा, कटरिया-कुरसेला, सगौली-वाल्मीकिनगर, मुजफ्फरपुर-सगौली, रमना-सिंगरौली, करैला रोड-शक्तिनगर सहित छह दोहरीकरण परियोजनाओं में प्रवासी श्रमिकों को उनके कौशल के अनुसार रोजगार दिए जा रहे हैं। सूरज शिवाजारी (वार्ता)