राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Jan 27 2020 10:50PM बिहार सरकार देवभाषा संस्कृत के विकास के लिए करेगी हरसंभव मदद : सहनीदरभंगा, 27 जनवरी (वार्ता) बिहार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी ने आज कहा कि देवभाषा संस्कृत के विकास के लिए सरकार हर सम्भव सरकारी मदद देगी। श्री सहनी ने दरभंगा में संस्कृत विश्वविद्यालय के चार दिवसीय स्थापना दिवस कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कहा कि देवभाषा संस्कृत के विकास के लिए सरकार हर सम्भव सरकारी मदद देगी। उन्होंने विद्वतजनों से अपील भी की कि उन्हें संस्कृत सीखने एवं सिखाने के लिए सरल तरीके का छोटा पाठ्यक्रम तैयार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शास्त्रार्थ के बारे में सुनने को मिलता था पर आज उसे साक्षात देखने का भी मौका मिला। इससे मन प्रफुल्लित है। उन्होंने कहा कि इस भाषा का विकास जरूरी है। इस अवसर पर कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सर्व नारायण झा ने कहा कि संस्कृत बहुत ही सरल भाषा है। हल्के प्रयास से ही इसे बेबाकी से लिखा एवं पढ़ा जा सकता है। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. झा ने कहा कि शास्त्रार्थ पुरानी परंपरा है। मिथिला का इसमें विशेष स्थान शुरू से रहा है। कई कारणों से यह परम्परा मृत हो चुकी थी लेकिन संस्कृत विश्वविद्यालय ने इसे फिर से जीवंत कर दिया है। ऐसा कर विश्वविद्यालय ने देश स्तर पर एक आदर्श कायम किया है। उन्होंने आशा जताई कि अब यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. चन्द्रेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि देश के अन्य आधुनिक विषयों पर भी विद्वानों के बीच शास्त्रार्थ होना चाहिए ताकि इस विश्वविद्यालय के माध्यम से समाज को एक अलग दिशा मिल सके। विशिष्ट अतिथि सिंडिकेट सदस्य डॉ. अजित चौधरी ने कहा कि जीवंत शास्त्रार्थ सुनकर वे आज धन्य हो गए। उन्होंने आशा जताई कि इसी तरह विश्वविद्यालय से ज्ञानमयी धारा प्रवाह अनवरत जारी रहे। उल्लेखनीय है कि उद्घाटन सत्र के बाद व्याकरण विषय पर डॉ. एल. सविता आर्या एवं प्रियंका तिवारी के बीच जमकर शास्त्रार्थ हुआ। प्रो. शशिनाथ झा के पर्यवेक्षण में चले इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे पूर्वकुलपति एवं राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित प्रो. रामचन्द्र झा थे। सं सूरजवार्ता