राज्य » राजस्थानPosted at: Aug 17 2022 9:11PM मुकुंदरा में चीता बचाने के लिए एनटीसीए को अनुरोध भेजा, शर्तों में छूट मांगीकोटा 17 अगस्त (वार्ता) मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में आठ चीते नामीबिया से लाकर बसाये जाने की संभावनाओं के बीच राजस्थान सरकार ने भी कोटा के मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व के 80 वर्ग किलोमीटर से एनक्लोजर में चीता लाने के लिए अपनी सहमति दे दी है। प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर के राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के सदस्य सचिव को लिखे पत्र की प्रतिलिपि आज राज्य वाईल्ड़ लाइफ़ बोर्ड के सदस्य और कोटा जिले के सांगोद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने जारी की जिसमें कहा गया है कि इस 80 वर्ग किलोमीटर के एनक्लोजर में फेंसिंग की मरम्मत का कार्य हर साल करवाया जाता है और वर्तमान में मुकुंदरा हिल्स के एनक्लोजर में रह रही बाघिन एमटी-4 को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के निर्देशानुसार क्षेत्र में छोड़ा गया है। पत्र में सदस्य सचिव को बताया गया है कि इसी क्षेत्र में अन्य बाघों को छोड़े जाने की स्वीकृति राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने शर्तों के साथ दी है। इन शर्तों में राहत देखकर बाघों को सेल्जर क्षेत्र में तुरंत छोड़े जाने की स्वीकृति राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण से मांगी जा रही है इसलिए वर्तमान में बाद इस एनक्लोजर से दूरस्थ क्षेत्र में छोड़े जाने से एनक्लोजर के अंदर चीता व अन्य दूरस्थ क्षेत्र में रह रहे बाघों के बीच टकराव की संभावना नगण्य है। पत्र में बताया गया है कि एनक्लोजर बनने से इस क्षेत्र में चराई पर रोकथाम एवं यहां वनस्पति विकास के लाभ प्राप्त हुए हैं। इस एनक्लोजर को वन्यजीवों के प्रजनन केंद्र के रूप में विकसित किया जाना प्रस्तावित है जिसमें चीतल, काला हिरण, चिंकारा आदि के साथ चीता का भी प्रजनन किया जा सकता है। पिछले कुछ समय में इस एनक्लोजर में 147 काले हिरण, 141 चीतल,दो नीलगाय, 5 सांभर, 26 जंगली सूअर छोड़े गए हैं। हाडा रामसिंहवार्ता