राज्यPosted at: Sep 23 2018 4:05PM मिंटो हॉल अंर्तराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर के रूप में तैयारभोपाल, 23 सितंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के बीचोबीच स्थित ऐतिहासिक मिंटो हॉल अब नये स्वरूप में नई साज-सज्जा, सर्वसुविधायुक्त और बेहतर इंतजाम के साथ तैयार है। अनेक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रमों का साक्षी रहा यह भवन और परिसर अब अंर्तराष्ट्रीय स्तर के कन्वेंशन सेंटर के रूप में विकसित हुआ है।भोपाल की खास पहचान मिंटो हॉल (पुराना विधानसभा भवन) को तकरीबन 64 करोड़ रुपए की लागत से अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कन्वेंशन सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह कार्य लगभग पूर्णता की ओर अग्रसर है। इसके लिए सबसे पहले भवन के मूल स्वरूप को बरकरार रखते हुए इसके संरक्षण एवं संवर्धन का काम किया गया है। कन्वेंशन सेंटर की बैठक क्षमता लगभग 1100 व्यक्तियों की है।इसमें वातानुकूलित लिफ्ट तथा आंतरिक और बाहृय विद्युतीकरण का काम पूर्णता की ओर है। मिंटो हॉल भवन की दीवारों पर मूल पेंटिंग्स को यथावत रखते हुए जरदोज़ी पेंटिंग्स, सभी कक्ष, हॉल का इंटीरियर कार्य वास्तुकला के आधार पर किया गया है। परिसर में लगभग 5 एकड़ क्षेत्र में लेण्ड स्केपिंग का काम पूरा किया जा चुका है। मुख्य हॉल के अतिरिक्त ऑडिटोरियरम, कमेटी कक्ष, मीडिया कक्ष भी बनाया जा रहा है।कन्वेंशन सेंटर में अत्याधुनिक ऑडियो-वीडियो सिस्टम, फायर फाइटिंग और आधुनिक एयर कंडीशनर लगाए गए हैं। मिंटो हॉल के जीर्णोद्धार एवं विकास कार्य पुरातत्वीय अनुरक्षण विकास कार्यों की विभिन्न विधाओं को ध्यान में रखकर किया गया। प्लास्टर आदि को निकाल कर भवन में जहाँ दरारें आई हैं उसे मूल स्वरूप में लाने के लिए निर्माण को हटाकर वास्तविक भवन को मूल रूप में लाने का प्रयास किया गया।अनुरक्षण में जहाँ कहीं भी सुधार आवश्यक था उसे चिन्हांकित कर उन स्थलों का सुधार किया गया। भवन में पूर्व में लगे प्लास्टर को निकाला गया और मसाले का उपयोग कर फिर से प्लास्टर किया गया। जॉन मार्शल द्वारा निर्देशित कंजर्वेशन मेन्युअल के आधार पर सुरखी, चूना, गुड़, बेल, मेथी, उड़द, सन आदि का कॉम्पेक्ट मसाला तैयार कर प्लास्टर किया गया है। पूरे भवन में प्राचीन ऐतिहासिक धरोहर के रख-रखाव का पूरा ध्यान रखा गया है।बघेल वार्ता