भोपाल, 23 फरवरी (वार्ता) पूर्व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने आज दावा करते हुए कहा कि देश में नरेंद्र मोदी सरकार ने तीसरी पीढ़ी के आर्थिक सुधार लागू किए हैं और भविष्य में इसके सकारात्मक नतीजे सामने आएंगे।
श्री सिन्हा ने यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश कार्यालय में केंद्रीय बजट पर आयोजित कार्यशाला में शामिल होने के बाद पत्रकार वार्ता में यह बात कही। श्री सिन्हा ने बताया कि 1991 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हाराव की सरकार ने पहली पीढ़ी के आर्थिक सुधार लागू किए थे। इसके बाद श्री अटलबिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में दूसरी पीढ़ी के आथिक सुधार लागू किए गए।
श्री सिन्हा का कहना है कि अब नरेंद्र मोदी सरकार ने तीसरी पीढ़ी के आर्थिक सुधार लागू किए हैं और आने वाले समय में इसके सकारात्मक नतीजे सामने आएंगे। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि वर्तमान में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की दर भले ही 4़ 5 के आसपास है, लेकिन आने वाले एक दो सालों में यह छह और फिर इससे भी अधिक होगी।
देश में आर्थिक मंदी और इससे जुड़े सवालों के जवाब में श्री सिन्हा ने दावा करते हुए कहा कि ऐसा नहीं है। मोदी सरकार देश की अर्थव्यवस्था को 'फाइव ट्रिलियन डॉलर' तक पहुंचाने के लक्ष्य को लेकर कार्य कर रही है और सरकार यह हासिल करने में सफल भी होगी। उनका यह भी कहना है कि देश में औसत रोजगार बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि भले ही कुछ क्षेत्रों में नौकरियां कम हुयी हों, लेकिन कुछ अन्य क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़े हैं। इसलिए यह सकल रूप में देखा जाना चाहिए।
मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार के केंद्र सरकार पर इस राज्य के लिए उसके हिस्से की धनराशि नहीं देने के आरोपों काे उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया। श्री सिन्हा ने कहा कि केंद्र ने इस राज्य को विभिन्न मदों के तहत धनराशि दी है। लेकिन राज्य सरकार ने यह राशि खर्च कर इस संबंध में 'यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट' केंद्र सरकार को नहीं सौंपे हैं। उन्होंने कहा कि आगे की धनराशि जारी करवाने के लिए प्रक्रिया पूरी करनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि बजट प्रावधान है, लेकिन राज्य सरकार उसे स्वयं नहीं ले पा रही है।
प्रशांत
वार्ता