काहिरा 25 मई (शिन्हुआ) मिस्र में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ की रोकथाम के मद्देनजर देशवासियों ने निर्धारित नियमों का पालन करते हुए घर में रहकर ईद-अल-फितर का त्योहार मनाया।
देश में कोरोना के मद्देनजर पूर्णबंदी, सामाजिक दूरी का पालन के साथ-साथ रविवार दोपहर से 13 घंटे का कर्फ्यू के साथ सुरक्षा के उपाय बढाये गये। इस वर्ष पिछले वर्षों के ठीक उल्ट सड़कों, सार्वजनिक पार्कों और समुद्र तट में जहां लोगों के साथ भीड़भाड़ हुआ करती थी वहां केवल सन्नाटा पसरा हुआ है।
ईद की दावत के लिए मिस्रवासी जहां इस त्योहार को पार्कों, चिड़ियाघरों और अन्य बाहरी स्थानों पर जाया करते थे। कोराना वायरस के फैलने के कारण इसके संक्रमण से बचने के लिए लोगों ने घरों में रहकर ईद मनाई।
अरब देश का सबसे अधिक आबादी वाले इस देश में अभी तक 17265 कोविड-19 के मामले सामने आये हैं। जिसमें से 4807 मरीज इससे ठीक हो गए है और इस वायरस के संक्रमण से 764 मरीजों की मौत हो गयी है।
मिस्र सरकार ने वायरस को फैलने से रोकने के लिए छह-दिवसीय अवकाश के दौरान कोरोना के उपायों को सख्ती से लागू करने का निर्णय लिया है। अवकाश के दौरान मिस्र में सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए कर्फ्यू नौ घंटे के बजाय 13 घंटे तक रहेगा और बढ़ते कोरोना संक्रमणों के बीच कोई समारोह नहीं किये जाएंगे।
ईद के अवकाश के बाद कर्फ्यू दो सप्ताह के लिए 10 घंटे तक कम हो जाएगा और फिर सरकार जून के मध्य से प्रतिबंधों में ढील देने और अन्य गतिविधियों को धीरे-धीरे फिर से शुरू करने पर विचार करेगी।
इस बीच मिस्र के गृह मंत्रालय ने घोषणा की कि उसकी सुरक्षा योजनाओं में सड़कों, चौकों और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सुरक्षा के सभी नियमों को तेजी लाना शामिल है। उन्होंने कहा कोरोनो के प्रसार को रोकने के लिए व्यापक स्तर पर एहतयाती उपायों पर कार्यन्वयन किया जाना शामिल है जिसमें समुद्र तटों, सार्वजनिक पार्कों, दुकानों, मॉल, रेस्तरां और क्षेत्रों तथा मनोरंजन सेवाओं आदि पर पाबंदी लगाया जाना है।
गृह मंत्रालय ने बताया कि ईद-अल-फितर त्योहार के मद्देनजर देश के विभिन्न जेलों में बंद 5532 कैदियों को रिहा किया गया।
उप्रेती टंडन
शिन्हुआ