कोलकाता ,08 जुलाई (वार्ता) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को इस बात पर हैरानी जतायी कि केंद्र सरकार ने कोरोना संकट के नाम पर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के पाठ्यक्रम में कटौती के नाम पर नागरिकता, संघवाद, धर्मनिरपेक्षता और विभाजन जैसे महत्वपूर्ण विषयों को हटा दिया है।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख सुश्री बनर्जी ने साथ ही इन महत्वपूर्ण विषयों में किसी भी कीमत पर कटौती नहीं किये जाने की भी मांग की है।
सुश्री बनर्जी ने एक रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए अपने ट्विटर पोस्ट पर कहा,“यह जान कर चौंक गयी कि केंद्र सरकार ने कोरोना संकट के दौरान सीबीएसई पाठ्यक्रम में कटौती करने के नाम पर नागरिकता, संघवाद, धर्मनिरपेक्षता और विभाजन जैसे विषयों को हटा दिया है।”
मुख्यमंत्री ने कहा,“हम इस पर कड़ी आपत्ति जताते हैं और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय से अपील करते हैं कि इन महत्वपूर्ण पाठों में किसी भी कीमत पर कटौती नहीं किया जाए।”
गौरतलब है कि एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सीबीएसई ने पाठ्यक्रम को तर्कसंगत बनाने के लिए 11 वीं कक्षा के राजनीतिक विज्ञान के पाठ्यक्रम से संघवाद, नागरिकता, राष्ट्रवाद और धर्मनिरपेक्षता पर आधारित पाठ को ‘पूरी तरह से हटा दिया’ है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्कूलों के ना खुल पाने के कारण शिक्षा व्यवस्था पर असर और कक्षाओं के समय में भी आई कमी को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई ने मंगलवार को शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए 9वीं – 12वीं का पाठ्यक्रम 30 फीसदी घटा दिया।
संजय जितेन्द्र
वार्ता