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राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा, कार्यवाही तीन बजे तक स्थगित

राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा, कार्यवाही तीन बजे तक स्थगित

नयी दिल्ली 22 जनवरी (वार्ता) कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस , समाजवादी पार्टी और वाम दलों के सदस्यों ने कर्नाटक के घटनाक्रम, सोनभद्र में हिंसा और मानवाधिकारों के मुद्दे पर आज राज्यसभा में जोरदार हंगामा किया जिससे सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद तीसरी बार तीन बजे तक स्थगित करनी पड़ी।

सोमवार को जब दो बजे सदन की कार्यवाही पुन: शुरू हुई तो उप सभापति हरिवंश ने गृह राज्य मंत्री हरिवंश को मानवाधिकार संरक्षण (संशोधन) विधेयक 2019 पेश करने के लिए कहा। इस पर तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने नियम 95 के तहत व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि यह विधेयक शुक्रवार शाम पांच बजकर पांच मिनट पर लोकसभा से आया और शनिवार तथा रविवार अवकाश होने के कारण सदस्यों को इसके लिए जरूरी दो दिन का समय नहीं मिल सका। वह अपना संशोधन भी नहीं पेश कर सके। अन्य सदस्यों के संशोधन भी सदन में वितरित नहीं किये गये।

इसी बीच कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य अपनी जगहों पर खड़े हो गये। ये सदस्य कर्नाटक और सोनभद्र का मुद्दा उठा रहे थे। सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सदस्यों को संशोधन वितरित किये गये हैं।

श्री हरिवंश ने कहा कि दलित अत्याचार पर नियम 267 के तहत दिया गया नोटिस सभापति ने सुबह ही अस्वीकार कर दिया था। इस पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के सदस्य आसन के निकट आ गये। कांग्रेस और तृणमूल सदस्यों ने आसन के निकट कागज फाड़ते हुए जबरदस्त नारेबाजी शुरू कर दी। वाम दलों , बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सदस्य अपनी जगहों पर खड़े थे।

उप सभापति ने इसी बीच श्री राय से विधेयक पेश करने को कहा और उन्होंने हंगामे के बीच ही मानवाधिकार संरक्षण (संशोधन) विधेयक 2019 सदन में चर्चा के लिए पेश कर दिया। इसके बाद उन्होंने माकपा के इलामरम करीम से विधेयक को प्रवर समिति में भेजने संबंधी संशोधन प्रस्ताव रखने काे कहा। श्री करीम ने कहा कि सदन में अव्यवस्था के चलते वह प्रस्ताव कैसे पेश करें। इसके बाद उप सभापति ने आसन के पास खड़े तृणमूल के नदीमुल हक से अपना संशोधन प्रस्ताव रखने को कहा लेकिन उन्होंने इसे अनसुना कर दिया। उप सभापति ने कहा कि इसका मतलब सदस्य अपने संशोधन प्रस्ताव नहीं रख रहे हैं और उन्होंने विधेयक पर चर्चा शुरू करने के लिए कांग्रेस के विवेक तन्खा का नाम पुकारा। हंगामे के कारण श्री तन्खा के चर्चा में हिस्सा नहीं लेने पर उन्होंने भाजपा के प्रभात झा से बोलने को कहा।

संजीव

जारी वार्ता

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