राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 14 2019 1:58PM राजनीति उपचुनाव उप्र दो अंतिम लखनऊउधर, उपचुनाव में प्रचंड जीत मिलने की आस में भाजपा प्रचार में कोई कोरकसर छोड़ना नहीं चाहती। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता प्रत्याशियों के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हैं। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हरीश चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा “ उपचुनाव के लिये हाेने वाले मतदान से पहले ही विपक्ष अपने हथियार डाल चुका है। वास्तव में भाजपा की लाेकप्रियता को परखने के बाद उनके नेताओं ने हार मान ली है। इसके बावजूद भाजपा तैयारियों के कोई गुजांइश छोड़ने के मूड में नहीं है। हमारी नजर में कोई चुनाव छोटा या बड़ा नहीं होता। यह मतदाताओं के स्वाभिमान से जुड़ा सवाल है। इसलिये हम हर चुनाव को पूरी गंभीरता से लेते हैं और हमारे वरिष्ठ नेता चुनाव प्रचार में शिरकत करने में शर्म अथवा झिझक महसूस नहीं करते। ” प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने दावा किया कि 24 अक्टूबर को उपचुनाव के आने वाले परिणाम भाजपा के पक्ष में एकतरफा होंगे। भाजपा कार्यकर्ता एक तय रणनीति और कार्यक्रम के तहत प्रचार में जुटे है। सूबे की योगी सरकार गरीब और शोषित वर्ग के हितों की रक्षा के साथ साथ प्रदेश के विकास के प्रति कृतसंकल्पित है। उन्हे विश्वास है कि भाजपा इस चुनाव में क्लीन स्वीप करेगी। गौरतलब है कि 11 सीटों के लिये 21 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव में विभिन्न दलों के 110 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। यहां दिलचस्प है कि उपचुनाव में कांग्रेस और भाजपा के निवनियुक्त अध्यक्ष की कार्यशैली और क्षमता का भी इम्तिहान होगा। अधिकतर विधानसभा सीटों पर कांग्रेस,सपा,बसपा और भाजपा के बीच चतुष्कोणीय मुकाबले के आसार दिख रहे है।प्रदीपवार्ता