नयी दिल्ली 07 जुलाई (वार्ता) चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में सीमा पर चल रही तनातनी के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज यहां एक उच्च स्तरीय बैठक में सीमावर्ती क्षेत्रों में विभिन्न ढांचागत निर्माण परियोजना की प्रगति की समीक्षा की।
बैठक में रक्षा सचिव डा अजय कुमार और रक्षा मंत्रालय के अनेक वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
श्री सिंह ने सीमावर्ती क्षेत्रों में अग्रिम ठिकानों तक संपर्क साधन की स्थिति और वहां चल रहे निर्माण कार्यों की स्थिति का जायजा लिया। सामरिक महत्व की सड़कों , पुलों और सुरंगों के निर्माण कार्य के बारे में भी चर्चा की गयी। अधिकारियों ने बताया कि सीमा सड़क संगठन ने पिछले वर्ष 30 प्रतिशत अधिक काम किया है। संगठन ने कोरोना महामारी के दौरान भी बिना रूके विभिन्न परियोजनाओं का निर्माण कार्य जारी रखा है। संगठन ने 60 वर्ष का रिकार्ड तोड़ते हुए इस वर्ष समरिक महत्व और आम इस्तेमाल की सड़कों से औसत समय से एक महीने पहले बर्फ हटा दी। उसने जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरूणाचल प्रदेश में 3965 किलोमीटर लंबी 149 सड़कों से बर्फ हटायी। इससे अग्रिम मोर्चों पर सैनिकों और साजो सामान का आवागमन तेज गति से सुनिश्चित हो सका।
संगठन को अब अत्याधुनिक उपकरणों और मशीनों से लैस किया गया है और निर्माण की आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। स्वदेशी मॉड्यूलर ब्रिज के परीक्षण भी सफलतापूर्वक किये जा रहे हैं। इससे अग्रिम क्षेत्रों में पुल निर्माण की तकनीक में क्रांतिकारी बदलाव आयेगा।
श्री सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा में सीमा सड़क संगठन के योगदान की सराहना की।
संजीव
वार्ता