राज्य » राजस्थानPosted at: Feb 17 2020 10:21PM राजस्थान का राज्य पक्षी गोडावण अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में शुभंकर बना
जैसलमेर, 17 फरवरी (वार्ता) राजस्थान का राज्य पक्षी और जैसलमेर की शान ‘गोडावण’ इन दिनों अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में है। गांधीनगर गुजरात में महात्मा मन्दिर में चल रहे संयुक्त राष्ट्र संघ के आठवें दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन के शुभंकर के रूप में गोडावण को प्रदर्शित किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा संयुक्त राष्ट्र के युनाइटेड नेशन्स कांफ्रेंस ऑफ द पार्टिस टू द कन्वेंशन ऑन माइग्रेटरी स्पीशिज ऑफ वाइल्ड एनिमल्स (सीएमएस सीओपी 13) के तेरहवें सम्मेलन का उद्घाटन किया।
इस सम्मेलन में विश्व के 130 देशों के प्रतिनिधि तथा वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने वाले प्रख्यात पर्यावरणविद् तथा एन.जी.ओ., विभिन्न राज्यों के वन अधिकारीगण भाग ले रहे हैं। इस सम्मेलन की थीम ‘माइग्रेटरी स्पीशिज कनेक्ट द प्लैनेट एण्ड टूगेदर वी वेलकम देम होम’ है। सम्मेलन का शुभंकर राजस्थान का राज्य पक्षी ‘गोडावण’ पक्षी ‘जीआईबीआई’ है।
वन विभाग जैसलमेर द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार इस अन्तरर्राष्ट्रीय सम्मेलन में राजस्थान के वन मंत्री सुखराम विश्नोई के साथ ही जैसलमेर के उप वन संरक्षक (वन्यजीव) कपिल चन्द्रवाल एवं मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक अरिन्दम तोमर भी हिस्सा ले रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में अतिसंकटग्रस्त प्रजाति गोडावण के संरक्षण के क्षेत्र में वन विभाग एवं भारतीय वैज्ञानिकों की अहम् भूमिका की सराहना की और इनके द्वारा ‘इन्टरनेशनल फण्ड फोर हाउबरा कंजर्वेशन अबू धावी’ की तकनीकि सहायता से केप्टिव ब्रीडिंग प्रोग्राम के तहत गोडावण के नौ अण्डों से कृत्रिम हेचिंग द्वारा गोडावण के स्वस्थ चूजों के विकास पर अत्यधिक प्रसन्नता जाहिर की।
उल्लेखनीय है कि गोडावण के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए गोडावण संरक्षण प्रजनन एवं अनुसन्धान कार्यक्रम के तहत वन एवं पर्यावरण जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार, भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून एवं राजस्थान सरकार के मध्य वर्ष 2018 में त्रिपक्षीय संयुक्त समझौता किया गया है। इसके तहत अति संकटग्रस्त प्रजाति की श्रेणी में दर्ज इस पक्षी की संख्या में बढ़ोतरी के लिए कन्जरर्वेशन ब्रीडिंग प्रोग्राम संचालित किया जा रहा है। इसके लिए जैसलमेर में स्थित रामदेवरा एन्क्लोजर में अण्डा एकत्रीकरण एवं कृत्रिम हेचिंग सेन्टर का निर्माण वन विभाग तथा भारतीय वन्यजीव संस्थान द्वारा किया जा रहा है।
भाटिया सुनील
वार्ता