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राजस्थान में अच्छी बरसात का दौर थमने से वर्षा वृद्धि में गिरावट

जयपुर 22 अगस्त (वार्ता) राजस्थान में अच्छी बरसात का दौर थम जाने से वर्षा वृद्धि का आंकड़ा कम होने लगा है वहीं इससे प्रदेश के फिर पांच जिलों हनुमानगढ़, गंगानगर, जैसलमेर, अलवर और करौली में बारिश की कमी खलने लगी है। हालांकि अच्छी बरसात के कारण राज्य के छोटे बड़े करीब तीन सौ बांध लबालब हो गए और राजधानी जयपुर सहित अन्य जिलों के लिए पेयजल का मुख्य स्रोत टोंक जिले में स्थित बिसलपुर बांध सहित कुछ अन्य बांधों से आज भी पानी की निकासी जारी रही।
बिसलपुर बांध के भराव क्षमता 350़ 50 आरएल मीटर को पार कर जाने पर गुरुवार को भी एक गेट खोलकर 3100 क्यूसेक पानी की निकासी जारी रही। इसी तरह कोटा जिले के कोटा बैराज बांध से 2473़ 87 एवं जवाहर सागर से 1414़ 55 तथा बांसवाड़ा जिले के माही बजाज सागर बांध के दो गेट खोलकर 6051़ 55 तथा झालावाड़ जिले के कालीसिंध बांध से दो गेट के जरिए 10451़ 62 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
जल संसाधान विभाग के अनुसार राज्य में गत एक जून से अब तक सामान्य वर्षा 396़ 70 मिलीमीटर के मुकाबले 550़ 54 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है जो सामान्य से 38़ 7 प्रतिशत अधिक है, जबकि चार दिन पहले गत 18 अगस्त को प्रदेश में वर्षा का आंकड़ा सामान्य से 46़ 4 प्रतिशत अधिक तक पहुंच गया था। अब मानसून के थोड़ा ढीला पड़ जाने से इन चार-पांच दिनों में वर्षा का आंकड़ा बढ़ने की बजाये उसमें करीब आठ प्रतिशत की गिरावट हुई है। इससे राज्य के कम बरसात वाले जिलों की संख्या बढ़कर फिर पांच हो गई। इससे पहले चार जिलों में ही बारिश की कमी थी।
राज्य में सर्वाधिक बरसात की कमी सामान्य से 39़ 9 प्रतिशत की कमी हनुमानगढ़ जिले में बनी हुई है जहां अब तक 201़ 30 मिलीमीटर सामान्य वर्षा के मुकाबले केवल 121 मिलीमीटर बारिश हुई है। इसी तरह गंगानगर 33़ 1 एवं जैसलमेर में 28़ 7 एवं करौली में 22़ 3 तथा अलवर में 21़ 6 प्रतिशत सामान्य से कम बारिश हुई है।
इस बार अब तक प्रदेश में अच्छी बरसात के कारण सात जिलों अजमेर, बूंदी, झुंझूनूं, राजसमंद, नागौर, पाली एवं सीकर में असामान्य बारिश हो चुकी है। हालांकि सप्ताह भर पहले असामान्य वर्षा वाले जिलों की संख्या ग्यारह थी। इसके अलावा तेरह जिलों में सामान्य से अधिक तथा आठ जिलों में सामान्य बरसात हो चुकी है। इस दौरान पिछले वर्ष से 172़ 35 मिलीमीटर ज्यादा बरसात हो चुकी है। अच्छी बरसात के कारण प्रदेश के कुल 810 बांधों में अब तक छोटे बड़े 293 बांध लबालब हो चुके है, इनमें 103 बांध 4़ 25 एमक्यूएम से अधिक क्षमता के शामिल है। इसी तरह 347 आंशिक रुप से भरे है। हालांकि अभी 170 बांध खाली है।
इस दौरान राज्य के 22 वृहद बांधों में उनकी भराव क्षमता 8104़ 66 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमक्यूएम) की तुलना में जलस्तर अब तक 7114़ 50 एमक्यूएम तक पहुंच चुका है। इसी तरह राज्य के सभी बांधों में उनकी भराव क्षमता 12703़ 27 एमक्यूएम के मुकाबले अब तक 9848़ 10 एमक्यूएम जलस्तर पहुंच गया जो भराव क्षमता का 77़ 52 प्रतिशत है। गत इस दौरान इन बांधों का जल स्तर 6160़ 41 एमक्यूएम था।
मौसम विभाग के अनुसार आगामी अड़तालीस घंटों में एक दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है, जिससे बांरा, कोटा, झालावाड़ एवं चित्तौड़गढ जिले प्रभावित हो सकते है। इसी तरह 25 अगस्त को भी एक दो स्थानों पर भारी बरसात की संभावना के कारण अजमेर, भीलवाड़ा, बारां, कोटा, झालावाड़ एवं चित्तौड़गढ जिला प्रभावित हो सकता है। इसके अगले दिन 26 अगस्त को भी एक दो स्थानों भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
जोरा
वार्ता
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